शिमला-मनाली में टूरिस्टों की भीड़ देख बढ़ी केंद्र की टेंशन, जानें हिल स्टेशन को लेकर क्या कहा
कोरोना का थोड़ा-सा असर कम होते ही लोगों की लापरवाही दिखने लगी। जैसे ही हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना प्रतिबंधों में ढील दीं लोग अपनी गाड़ियां लेकर पहाड़ी इलाकों में छुट्टियां मनाने पहुंच गए। जिससे हाईवे पर भारी जाम देखा गया। पहाड़ी इलाकों में होटल और गेस्ट हाउस भर गए हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे ढेरों तस्वीरें घूम रही हैं जिनमें लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के मस्ती के साथ घूमते नजर आ रहे हैं। इन तस्वीरों के सामने आने के बाद केंद्रे सरकार की चिंता बढ़ गई है। सरकार ने मंगलवार को आगाह किया कि कोरोना से बचाव के नियमों का अनुपालन किए बगैर हिल स्टेशनों और बाजारों में लोगों का घूमना महामारी से निपटने में अब तक मिली कामयाबी पर पानी फेर देगा।
एक अधिकारी ने महामारी के अभी तक खत्म नहीं होने का जिक्र करते हुए हिल स्टेशनों पर बड़ी संख्या में लोगों के उमड़ने की तस्वीरों को डराने वाली बताया। सरकार ने कहा कि कोविड प्रोटेकॉल का उल्लंघन करने वाले लोग संक्रमण को और अधिक बढ़ाएंगे। सरकार ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर ज्यादातर राज्यों में मंद पड़ गई है। हालांकि, कुछ राज्य अब भी दूसरी लहर के बीच में है। जिन इलाकों में कोविड-19 की जांच में 10 प्रतिशत नमूनों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है, वहां पाबंदियां लगानी होंगी।
73 जिलों में संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक
एक वरिष्ठ अधिकारी ने महामारी की और टीकाकरण की स्थिति पर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में करीब 73 जिलों में 29 जून से पांच जुलाई तक के सप्ताह में संक्रमण की पुष्टि की दर 10 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि देश में कुल 91 जिलों में चार जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में प्रतिदिन 100 से अधिक नए मामले सामने आए।
अधिकारी ने कहा कि भारत में कोविड के 80 प्रतिशत मामले 14 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 90 जिलों में सामने आए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि इन इलाकों में कहीं अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
राज्य में पर्यटकों की भीड़
हिमाचल प्रदेश सरकार ने आरटीपीसीआर रिपोर्ट, ई-पास सहित कई कोरोना प्रतिबंधों में ढील दी है जिसके बाद पर्यटकों ने राज्य में आना शुरू कर दिया है।
कोरोना प्रतिबंधों में ढील के कारण ही बड़े पैमाने पर पर्यटकों की आमद यहां पहुंची, जिसके परिणामस्वरूप नेशनल हाईवेस पर जाम लग गया, रास्तें रुकावटें आईं और राज्य की राजधानी शिमला सहित अधिकांश पर्यटन स्थलों में अभूतपूर्व ट्रैफिक जाम लगा।
शिमला, मनाली और धर्मशाला सहित प्रमुख पर्यटन स्थलों में होटलों की संख्या लगभग भर चुकी है और पर्यटक कम लोकप्रिय जगहों पर रहने की जगह खोजने के लिए जा रहे हैं। हालांकि वहां मौजूद लोग जिनका जीवन पर्यटन के सहारे चलता है वे पर्यटकों के आने से बेहद खुश हैं। वहां घोड़े पर सवारी कराने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह वहां आने वाले पर्यटकों से बेहद खुश है, उसकी अच्छी कमाई हो रही है।