UP Assembly Elections 2022: कांग्रेस ने भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर विधान सभा चुनाव के लिए हो रहीं बड़ी रैलियों पर रोक लगाने की मांग की है। पार्टी ने आयोग से कहा है कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री/उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेताओं की सरकारी खर्च पर हो रही रैलियों पर रोक लगाई जाए। भाजपा नेताओं पर संवैधानिक मंचों से अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग कर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए इस पर भी रोक लगाने की मांग की गई है।
UP Assembly Elections 2022 कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी व पीएल पुनिया और पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी की ओर से संयुकत रूप से भेजे गए इस पत्र के बारे में कांग्रेस नेताओं ने जानकारी दी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष (Congress state president) अजय कुमार लल्लू, विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी व पीएल पुनिया और पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी की ओर से संयुकत रूप से भेजे गए इस पत्र के बारे में कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस के जरिये जानकारी दी। आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि वर्तमान में कोविड महामारी की तीसरी लहर (third wave of covid pandemic) की आशंका है। ऐसे में छोटी सभाओं, चौपाल, वर्चुअल मीटिंग और घर-घर अभियान जैसे आयोजन किये जाने चाहिए और बड़ी रैलियों पर रोक लगानी चाहिए।
दलितों-महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार उप्र में : पुनिया (Most atrocities on Dalits and women in UP: Punia)
अमेठी में दलित लड़की की पिटाई का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission for Scheduled Castes) के पूर्व अध्यक्ष पीएल पुनिया कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दलित व महिला विरोधी सोच के कारण देश में दलितों, महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा ङ्क्षहसा और अत्याचार उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में हो रहा है। इसका सीधा कारण अपराधियों को सरकार का संरक्षण मिलना और उन्हें बचाना है। प्रदेश में दलितों के खिलाफ औसतन 34 अपराध की घटनाएं रोजाना हो रही हैं और अपराध के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है।