मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने शनिवार को नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों के साथ ही सुविधा कैंडिडेट ऐप, know your candidate ऐप और C-vigil ऐप का जिक्र किया, जिससे वोटरों को काफी मदद मिलेगी।
HIGHLIGHTS
- चुनाव आयोग ने यूपी, पंजाब समेत 5 राज्यों में चुनाव की तारीखो का किया ऐलान
- यूपी में 7 और मणिपुर में 2 चरण में होंगे विधानसभा चुनाव
- उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक चरण में होंगे विधानसभा चुनाव
Assembly Election 2022: भारत निर्वाचन आयोग ने यूपी, पंजाब समेत 5 राज्यों के लिए चुनाव का ऐलान कर दिया है। कोरोना को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस बार कई खास इंतजाम किए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने शनिवार को नई दिल्ली में press conference कर चुनाव की तारीखों के साथ ही सुविधा कैंडिडेट ऐप, know your candidate ऐप और C-vigil ऐप का जिक्र किया, जिससे वोटरों को काफी मदद मिलेगी। चुनावी राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू कर दी गई है। चुनाव में किसी भी गड़बड़ी की फोटो खींचकर C-vigil ऐप पर अपलोड करते ही 100 मिनट के अंदर चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंचकर जरूरी कदम उठाएगी।
जानिए क्या है सुविधा ऐप? (Know what is Suvidha App?)
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि उम्मीदवार सुविधा ऐप की मदद से नामांकन करा सकेंगे। चुनाव आयोग ने कोरोना से बचाव के लिए ही नामांकन प्रक्रिया में यह बड़ा बदलाव किया है। सुविधा ऐप के जरिए ही लोग वोटर लिस्ट में अपना जुड़वा सकते हैं।
What is know your candidate app
चुनाव आयोग ने इस बार चुनाव में know your candidate ऐप भी लॉन्च किया है। इस ऐप पर चुनाव में खड़े उम्मीदवारों को अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मुकदमों के बारे में जानकारी देनी होगी। ऐप के जरिए मतदाता कुछ ही देर में अपने विधानसभा उम्मीदवार की कुंडली का पता लगा सकते हैं। app पर उम्मीदवार के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
बड़े काम का है सी-विजिल (C-vigil) ऐप, ऐसे करें शिकायत (C-vigil app is of great use, complain like this)
- चुनाव आयोग ने सी-विजिल (C-vigil) ऐप को चुनावों में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए तैयार किया है। अगर चुनाव में कहीं धांधली, कोई नोट-शराब बांटे या दंगा-फसाद आदि करे तो C-vigil ऐप के जरिए शिकायत की जा सकती है। Cvigil ऐप का इस्तेमाल आम जनता और मतदाता कर सकेंगे।
- इस ऐप को सभी एंड्रॉयड और iOS यूजर्स के लिए तैयार किया गया है। C-vigil ऐप पर शिकायत करने के लिए यूजर को स्मार्टफोन के कैमरे और GPS एक्सेस की जरूरत होती है। शिकायत दर्ज कराते ही 100 मिनट के अंदर समस्या के निवारण के लिए आयोग शुरू कर देगा।
- चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, कंपलेंट दर्ज करने से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधि की केवल एक तस्वीर या 2 मिनट का वीडियो बनाएं और शॉर्ट में इसके संबंध में जानकारी दें। हालांकि, ऐप पर पहले से रिकॉर्ड वीडियो या फोटो अपलोड नहीं कर सकते। इतना ही नहीं, ऐप से रिकॉर्ड किए गए वीडियो या फोटो फोन गैलरी में सेव नहीं होंगे।
- आयोग शिकायतकर्ता द्वारा अपलोज किए गए फोटो और वीडियो की मदद से लोकेशन का पता लगा लेता है। शिकायतकर्ता को किसी भी प्रकार की हानि न हो इसके लिए उसकी पहचान भी गोपनीय रखी जाती है।
- जो लोग सी-विजिल ऐप से शिकायत करना चाहते हैं, उन्हें ऐप इन्स्टॉल करने के बाद रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए शिकायतकर्ता को नाम, पता, राज्य, जिला, विधानसभा और पिनकोड की जानकारी देनी होगी। एक OTP की मदद से इसका verification किया जाएगा। अब शिकायत करने के लिए फोटो या कैमरे को सिलेक्ट करें। शिकायतकर्ता 2 मिनट तक का video app पर अपलोड कर सकता है। फोटो और वीडियो से जुड़ी डिटेल के लिए एक बॉक्स भी मिलता है, जहां उसके बारे में लिखा जा सकता है।
- चुनाव आयोग के मुताबिक, जो फोटो या वीडियो अपलोड किया जाता है, उससे उस जगह की लोकेशन भी पता चल जाती है। फोटा या वीडियो अपलोड होने के बाद यूजर को एक यूनीक ID मिलेगी। इसके जरिए वे मोबाइल पर ही फॉलोअप ट्रैक कर सकते हैं।
- चुनाव आयोग पिछले 3 सालों से इस ऐप का इस्तेमाल सभी तरह के चुनावों में कर रहा है। चुनाव तारीखों का ऐलान होने के बाद से वोटिंग खत्म होने तक, कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत सी-विजिल (C-vigil) ऐप के जरिए चुनाव आयोग को भेज सकता है। C-vigil ऐप के जरिए चुनाव में धांधली के अलावा आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी भी दे सकते हैं।