वाराणसी। केंद्रीय विद्यालय (BHU) के कक्षा 12 के छात्र उत्कर्ष श्रीवास्तव को उसी विद्यालय के कक्षा नौ के छात्र की खुदकुशी के मामले में न्याय के लिए आवाज उठाना भारी पड़ गया। स्कूल प्रबंधन ने डाक के जरिए उसके घर उसकी मार्कशीट और टीसी भेज दी। इस वाकए से हतप्रभ उत्कर्ष जब इसका कारण जानने विद्यालय पहुंचा तो सुरक्षाकर्मियों को बुलवाकर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
गौरतलब है कि इसी केंद्रीय विद्यालय के कक्षा नौ के छात्र मयंक ने सीर गोवर्धन स्थित अपने आवास पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। मृत छात्र के माता पिता ने विद्यालय के शिक्षक और उप प्रधानाचार्य पर दुर्व्यवहार व अभिभावकों का अपमान आदि के आरोप लगे। लंका थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ। राजनीतिक हल्कों में इसकी चर्चा रही। इसके विरोध में छात्रों ने विद्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था जिसमें उत्कर्ष ने सक्रिय भूमिका निभाई थी। विद्यालय के प्रधानाचार्य की ओर से भेजे गए चरित्र प्रमाण पत्र में उस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही वर्ष 2021 में बीएचयू के शोध छात्र पर हमला करने के मामले में उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल था।
विद्यालय प्रबंधन ने उत्कर्ष को अनुशासनहीनता और गलत आचरण का आरोप लगाया है। साथ ही केन्द्रीय विद्यालय संगठन की शिक्षा संहिता के तहत दोषी पाते हुए कार्रवाई की है। इन सभी कारणों को लेकर विद्यालय से उसे निष्कासित करने की कार्रवाई हुई। साथ ही उसके खिलाफ अपराधिक मामले में चार्जशीट दाखिल होने के कारण उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
उत्कर्ष पर यह हैं आरोप
1. कक्षा नौ के छात्र मयंक की खुदकुशी की घटना के बाद दो अगस्त 2022 को विद्यालय के बाहर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था। उसने कुछ छात्रों पर दबाव बनाकर विद्यालय परिसर में शिक्षकों, छात्रों के साथ अमर्यादित व्यवहार, नारेबाजी की। उप प्राचार्य के मोबाईल पर काल कर दुर्व्यवहार किया और धमकी दी थी।
2. चार अगस्त को उसके खिलाफ विद्यालय अनुशासन समिति गठिक हुई।
3. 10 अप्रैल को विद्यालय में पिस्टल लाकर अपने मोबाईल से फोटो शूट कर सोशल मीडिया पर डाला। इसीदिन वह छात्राओं के साथ अमर्यादित आचरण का दोषी पाया गया था।
4. उत्कर्ष 29 अक्तूबर 2021 को विद्यालय के यूनिफार्म में विद्यालय के बाहर चौराहे पर आपत्तिजनक अवस्था में पाया गया। जब कालोनी के लोगों ने इसकी शिकायत विद्यालय प्रबंधन से की तो उसने बीएचयू के शोध छात्र आकाश सिंह पर अपने दोस्तों के साथ जानलेवा हमला किया। इस मामले में लंका थाने में रिपोर्ट दर्ज थी जिसमें चार्जशीट दाखिल है।
5. विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों के साथ गाली-गलौज और धमकाने का दोषी पाया गया।
6. 17 अगस्त को विद्यालय के कला शिक्षक कौशलेश कुमार को धमकाया था।