लखनऊ। उत्तर प्रदेश पर्यटन के दृष्टिकोण से देश का सबसे समृद्ध सूबा है। यहां के पर्यटन स्थल भारत की सनातन संस्कृति, धर्म, कला और इतिहास को अपने भीतर गहरे तक समेटे हुए हैं। प्रदेश के हर जिले में रमणीय और ऐतिहासिक महत्व के पर्यटन स्थलों की भरमार है। पांच साल पहले तक सिर्फ आगरा के ताजमहल तक ही केंद्रित रहा यूपी का पर्यटन उद्योग आज तेजी से नये नये पर्यटन स्थलों को विकसित कर रहा है। उत्तर प्रदेश में डबल इंजन सरकार की नजर अब 23 नये पर्यटन स्थलों को जगमग करके पर्यटकों को आकर्षित करने पर टिकी है।
341 करोड़ रुपये से जगमग होंगे यूपी के 23 नये पर्यटन स्थल
तकरीबन 341 करोड़ की लागत से प्रस्तावित इन प्रोजेक्ट्स में केंद्र सरकार की ओर से 4, जबकि योगी सरकार की ओर से 15 नये स्थलों को चिह्नित किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश के 4 नये भवनों को फसाड लाइटिंग से भी जगमग करने की तैयारी है। यूपी में पर्यटन उद्योग को गति देने के लिए बीते पांच साल में 15 स्थलों पर साउंड एंड लाइट शो शुरू किया जा चुका है। इसके अलावा पांच अन्य स्थलों पर भी काम लगभग पूरा हो चुका है और पर्यटकों के लिए जल्द ही इनका लोकार्पण किया जा सकता है। वहीं अब 19 नये स्थलों को जगमग करने से यूपी के पर्यटन उद्योग में बड़ा और सकारात्मक बदलाव दिखना तय है।
मुजफ्फरनगर से लेकर सोनभद्र तक के पर्यटन स्थल होंगे रोशन
मोदी-योगी सरकार जिन 19 नये पर्यटन स्थलों को साउंड एंड लाइट शो से जगमग करने की तैयारी कर रही है वो पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर से लेकर दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र तक फैले हुए हैं। यूपी पर्यटन विभाग की ओर से चिह्नित 15 स्थलों पर साउंड एंड लाइट शो के लिये 237.81 करोड़ रुपये खर्च करने की तैयारी है, जबकि केंद्र सरकार का पर्यटन विभाग 5 स्थलों को 90.25 करोड़ रुपये से रोशन करने का प्लान तैयार कर चुका है।
इन पर्यटन स्थलों पर साउंड एंड लाइट शो का प्रस्ताव
हाल ही में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा के सामने यूपी पर्यटन विभाग ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रदेश के जिन पर्यटन स्थलों पर साउंड एंड लाइट शो का प्रस्ताव रखा है उनमें - बांदा स्थित कालिंजर का किला, बांदा नगर का भूरागढ किला, महोबा नगर स्थित मदनसागर में खाखरा मठ, महोबा के गोरखगिरी में गुरु गोरखनाथ जी पर आधारित प्रोजेक्शन शो, महोबा के बेला ताल स्थित मस्तानी महल में, महोबा के चरखारी स्थित मंगलगढ किला में बुंदेलखंड के इतिहास पर आधारित लेजर शो, कानपुर के बिठूर में ध्वनि एवं प्रकाश शो, आगरा फोर्ट में ध्वनि एवं प्रकाश शो का अपग्रेडेशन एवं इंस्टॉलेशन, लखनऊ का बिजली पासी किला, कुशीनगर में रामाभर स्तूप, मीरजापुर स्थित चुनार फोर्ट, मुजफ्फरनगर स्थित शुक्रतीर्थ पयर्टन स्थल पर गंगा किनारे लेजर शो, प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम में, भदोही के सीतामढ़ी में, सोनभद्र में पर्यटन विभाग की भूमि पर 100 व्यक्तियों के बैठने के लिये एम्पीथियेटर का निर्माण तथा साउंड एंड लाइट शो शामिल हैं। इन सभी पर्यटन स्थलों पर यूपी पर्यटन विभाग की ओर से इसका संचालन किया जाएगा।
केंद्र सरकार की ओर से चिह्नित पर्यटन स्थल
इसके लिये सरकार ने 90.25 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। इनमें चित्रकूट के गणेश बाग सरोवर में म्यूजिकल फाउंटेन, गोवर्धन (मथुरा) स्थित कुसुम सरोवर में ध्वनि एवं प्रकाश शो, प्रयागराज में ओल्ड कर्जन ब्रिज पर गंगा गैलरी का निर्माण और जीणोद्धार तथा सीतापुर के नैमिषारण्य स्थित चक्रतीर्थ में ध्वनि एवं प्रकाश शो का संचालन शामिल है।
फसाड लाइटिंग से जगमगाएंगे चार ऐतिहासिक भवन
लाइट एंड साउंड शो के अलावा सरकार यूपी के ऐतिहासिक भवनों को फसाड लाइटिंग से भी सुसज्जित करने की तैयारी कर हैं। इसके लिये केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से दो-दो भवनों को चुना गया है। इनमें मेरठ स्थित कमिश्नरी भवन और बांदा स्थित कालिंजर किले की फसाड लाइटिंग का कार्य यूपी सरकार की ओर से कराया जाएगा, जिसके लिये तकरीबन 8 करोड़ का बजट प्रस्तावित है। इसके अलावा चित्रकूट में गणेश बाग और चित्रकूट में ही पुरानी कोतवाली को केंद्र सरकार फसाड लाइटिंग से रोशन करेगी। इसके लिये लगभग 5 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं।
इन पर्यटन स्थलों पर जल्द लोकार्पित होगा साउंड एंड लाइट शो
19 नये पर्यटन स्थलों को साउंड एंड लाइट शो से जगमग करने से पहले सरकार 5 नयी जगहों पर आम पर्यटकों के लिये इसे शुरू करने की तैयारी कर चुकी है। इन पर्यटन स्थलों पर साउंड एंड लाइट शो का काम लगभग पूरा हो चुका है। इनमें - प्रयागराज के चंद्रशेखर आजाद पार्क में 6.52 करोड़ से ध्वनि एवं प्रकाश शो का काम लगभग 70 फीसदी पूरा हो चुका है। इसके अलावा बरेली डिस्ट्रिक्ट जेल में 7.30 करोड़ की लागत से साउंड एंड लाइट शो का काम पूरा हो चुका है, जल्द ही इसका लोकार्पण होगा। इसी प्रकार अयोध्या में रामकथा संग्रहालय में डिजिटल इंटरवेंशन 13.84 करोड़ की लागत से तैयार हो चुका है। साथ ही कपिलवस्तु में 7.98 करोड़ की लागत साउंड एंड लाइट शो का कार्य पूरा हो चुका है। वहीं श्रावस्ती में 7.98 करोड़ की लागत से साउंड एंड लाइट शो का कार्य भी पूरा हो चुका है।
इन जिलों में पहले से चल रहा है साउंड एंड लाइट शो
श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, कानपुर, वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर, संत कबीर नगर, हापुड, लखनऊ, झांसी, बरेली, गोरखपुर, प्रयागराज, चित्रकूट, अयोध्या में साउंड एंड लाइट शो और लेजर शो संचालित किया जा रहा है।
इन स्थलों पर पहले से चालू है फसाड लाइटिंग
वाराणसी में प्रासाद स्कीम के अंतर्गत घाटों की लाइटिंग, मथुरा में प्रासाद स्कीम के अंतर्गत कुसुम सरोवर की फसाड लाइटिंग, चित्रकूट के रामघाट में फसाड लाइटिंग, अयोध्या में गुप्तारा घाट के लिये फसाड लाइट का कार्य, अयोध्या के हनुमानगढ़ी, दशरथ महल, कनक भवन, जानकी मंदिर, दिगंबर अखाड़ा एवं राजद्वार मंदिर में फसाड लाइटिंग, प्रयागराज के शास्त्री ब्रिज पर फसाड लाइटिंग, उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर में फसाड लाइट स्मारकों को रोशन कर रही हैं।