



- प्रातः काल मुहूर्त रहेगा 6:05 से 10:45 तक इसमें चर, लाभ और अमृत के चौघड़िया आपको मिलेंगे।
- इसके बाद अपरान मुहूर्त शाम के 5:00 बजे से 6:31 तक चर का चौघड़िया रहेगा।
- अगर अपराह्न मुहूर्त चाहते हैं तो शुभ के चौघड़िए में दोपहर 12:18 से 1:52 तक विसर्जन किया जा सकता है।
- रात्रि मुहूर्त के अनुसार 9:00 बज कर 26 मिनट से 10:52 तक रात्रि में लाभ के चौघड़िए में भी विसर्जन कर सकते हैं।
- यदि रात्रि काल में शुभ अमृत और चार के चौघड़िया में आगे सर्जन करना चाहे तो 12:19 से 4:36 तक 10 सितंबर को विसर्जन कर सकते हैं।
- सबसे शुभ मुहूर्त प्रात: और अपराह्न के रहेंगे।


- इस दिन विशेष संयोग बन रहे हैं जिनमें प्रातः काल 5:58 से लेकर रात्रि 12:12 तक रवि योग रहेगा।
- इसी दिन दोपहर 2:19 से 3:30 तक विजय मुहूर्त रहेगा, जो किसी भी काम में विजय दिलाने वाला होता है।
- गणेश चतुर्थी के अगले दिन 1 सितंबर को ऋषि पंचमी का उत्सव मनाया जाएगा। उसके बाद 3 सितंबर शनिवार को ललिता सप्तमी, दुर्गा अष्टमी और महालक्ष्मी व्रत का आरंभ होगा।
- 4 सितंबर रविवार को राधा अष्टमी का महान पर्व मनाया जाएगा। तत्पश्चात् भगवान विष्णु को समर्पित करते हुए 6 सितंबर को परिवर्तीनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा।

- इसके बाद 7 सितंबर बुधवार को भगवान विष्णु के महान अवतार वामन जी की जयंती और वैष्णवों की परिवर्तन एकादशी मनाई जाएगी।
- 8 सितंबर 2022 गुरुवार के दिन भगवान गणेश के माता पिता भगवान शंकर जी और माता पार्वती जी की पूजा की जाएगी।इस दिल पर प्रदोष व्रत होगा। उसके बाद 9 सितंबर 2022 गणेश विसर्जन के दिन अनंत चतुर्दशी का शुभ दिन रहेगा।
- ज्योतिषीय आधार पर देखें तो गणेश चतुर्थी के दिन बृहस्पति मीन राशि में, सूर्य सिंह राशि में, बुध कन्या राशि में और शनि मकर राशि में होंगे। ये चार ग्रह अपनी राशियों में होने से सभी के लिए सुख शांति प्रदान सकते हैं।