वाराणसी। गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। राजस्थान और मध्य प्रदेश की नदियों का पानी उत्तर प्रदेश में छोड़े जाने के बाद गंगा उफान पर है। वाराणसी में गंगा शाम 5 बजे 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से 70.41 मीटर पर बह रही है जो खतरे के निशान से महज कुछ सेंटीमीटर नीचे है। ऐसे में सिंचाई विभाग ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश यादव ने बताया कि वाराणसी में गंगा, वरूणा, गोमती आदि नदियां प्रवाहित होती है। मुख्यतः गंगा एवं वरूणा नदी से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। बाढ़ अवधि में जनपद की सदर एवं राजा तालाब तहसील बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित होती है। राजस्थान और मध्य प्रदेश की नदियों से प्रदेश की विभिन्न नदियों यमुना, बेतवा, केन आदि में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है तथा कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से भी ऊपर हो गया है।
वाराणसी में भी शाम 5 बजे गंगा नदी का गेज 70.420 मीटर है जो कि चेतावनी बिंदु के पार हो गया है। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है तथा सम्भावना है कि यह खतरे के बिन्दु को पार कर जायेगा। इस खण्ड के अन्तर्गत कोई तटबंध नहीं है। वाराणसी के संवेदनशील स्थलों पर लगातार निगरानी की जा रही है।
सिंचाई विभाग के अनुसार वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के बिन्दु से ऊपर जाने पर तारापुर, टिकरी, सरायडंगरी एवं कूकूड़ा गाँवों में फ्लड फाइटिंग /आपातकालीन बाढ़ कार्य कराने की आवश्यकता हो सकती है, जिसकी तैयारी कर ली गई है।
वाराणसी में गंगा नदी में आने वाली बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित होने वाले गांव :
1-बैटावर, 2-रमना, 3-नैपुराकलां, 4-नैपुराखुर्द, 5-टिकरी, 6-तारापुर, 7-सरायडंगरी कला, 8-सरायडंगरी खुर्द, 9-मूड़ादेव , 10-नरोत्तमपुर, 11 -बीएचयू, 12-नुआंव, 13 छित्तूपुरखास, 14- सीरगोवर्धनपुर, 15- नगवा, 16- भगवानपुर, 17- रामनगर, 18- भदैनी, 19- रामापुरा, 20- भदऊ, 21-पलंगशहीद, 22- डोमरी,
23-सूजाबाद, 24-मुस्तफाबाद, 25-चांदपुर, 26-छितौनी, 27- तातेपुर, 28-राजापुर, 29-कमौली, 30-कोटवा, 31-सेहवार, 32 बभनपुरा, 33-शिवदशा गंगवरार, 34-बर्थरा गंगवरार, 35-बर्थराकलां, 36-सिरिस्ती, 37-गंगापुर, 38-देवरिया, 39-धराघर, 40- रामपुर, 41-गोबरहा, 42-रामचन्दीपुर, 43-मोकलपुर, 44- रामपुर,
45-चन्द्रावती, 46-मोलनापुर, 47-गौरा उपरवार, 48-गौरा गंगवरार, 49- अराजी चन्द्रावती, 50- केथी, 51- ढाका, 52- राजघाट, 53- कुकुढा ग्राम शामिल हैं। इसके अलावा 25 गांव काम प्रभावित की श्रेणी में शामिल हैं।
वाराणसी में वरुणा नदी में होने वाले गंगा के पलट प्रवाह से प्रभावित होने वाले गांव :
01 -चौका, 02 -मकदूमपुर, 03 -सरैयातावाद, 04 -कज्जाकपुरा, 05 -अमरपुर, 06 -घौसाबाद, 07-सरैया, 08-लच्छीपुरा, 09 -कैन्ट, 10 -सलारपुर, 11- फुलवरिया, 12 -टडिया, 13 -बेदौली, 14 -छितौनी, 15 -भरथरा, 16 -सिकरौल, 17-इन्द्रपुर, 18-पिसौर, 19 -भवानीपुर, 20 -दानियालपुर, 21 -अलईपुर, 22 -नक्खीघाट, 23-जैतपुरा, 24 -कोनिया, 25 -सरायहेड, 26 -नदेसर, 27 -आराजी लाइन हैं। इसके अलावा 9 गाँव कम प्रभावित होते हैं।