वाराणसी। दो दिवसीय दौरे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार की शाम वाराणसी पहुंचे। बाबतपुर से सीधे वो सर्किट हाउस पहुंचे।जहां उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर से नवाजा गया। इस दौरान उनके साथ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठ समेत अन्य नेता और अधिकारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में प्रख्यात लेखक हेमंत शर्मा की पुस्तक देखो हमरी काशी का विमोचन करेंगे। वहीं समारोह में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी शिरकत करेंगे।
वहीं मीडिया से बात करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया में 6 ऐसे देश हैं जो कैरियर एयरक्राफ्ट बनाने का काम करते हैं। पहली बार भारत 7वां देश बना है। कैरियर एयरक्राफ्ट बनाने में उसे कामयाबी हासिल की है और रक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बनता जा रहा है। सिर्फ रक्षा के ही क्षेत्र में नहीं बल्कि हर क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है।
बता दें कि बाबतपुर एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठ समेत अन्य नेताओं और अधिकारियों ने रक्षा मंत्री की अगवानी की।एयरपोर्ट से रक्षामंत्री का काफिला सीधे सर्किट हाउस पहुंचा। जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सर्किट हाउस से वो रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह में शामिल होने के लिए जायेंगे। दो घंटे तक चलने वाले इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले पुस्तक का विमोचन करेंगे। वहीं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान इस समारोह में विशिष्टि अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।
इस आयोजन के समापन के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे और शनिवार को सुबह नौ बजे दिल्ली रवाना हो जायेंगे। वहीं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शुक्रवार की देर रात ही यहां से रवाना हो जाएंगे।इस आयोजन के समापन के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे और शनिवार को सुबह नौ बजे दिल्ली रवाना होंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि वे काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन भी कर सकते हैं। ऐसे में मंदिर में भी पुख्ता तैयारी कराई जा रही है।
वहीं मीडिया से बात करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया में 6 ऐसे देश हैं जो कॅरियर एयरक्राफ्ट बनाने काकाम करते हैं। ये भारत 7वां देश बना है पहली बार कैरियर एयरक्राफ्ट बनाने में उसे कामयाबी हासिल की है और रक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बनता जा रहा है। सिर्फ रक्षा के ही क्षेत्र में नहीं बल्कि हर क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है।