छात्र और छात्राओं ने ट्रैक पर उतरकर ब्रिज बनाने का मांग किया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय गया रेलखंड पर कैमूर जिले के दुर्गावती रेलवे स्टेशन से पूरब कर्णपुरा समपार फाटक पर ओवरब्रिज बनाने की मांग को लेकर इंटर स्तरीय विद्यालय कर्णपुरा के छात्र और छात्राओं ने ट्रैक पर उतरकर ब्रिज बनाने का मांग किया। कहा कि अंडर कंस्ट्रक्शन रेल फ्रंट कॉरिडोर के इस रेलखंड पर जितने भी समपार फाटक थे। उन जगहों पर ओवरब्रिज या फिर अंडर पास रेल प्रशासन द्वारा बनाया जा रहा है। लेकिन समपार फाटक कर्णपुरा पर बगैर ओवरब्रिज बनाए समपार फाटक को बंद किया जा रहा है।
जबकि दुर्गावती प्रखंड की सबसे बड़ी आबादी वाला यह कर्णपुरा गांव सालों से समपार फाटक से आते जाते रहा है। अगर समपार फाटक पर ओवरब्रिज नहीं बनता है तो इस गांव से सरकारी अस्पताल अंचल कार्यालय प्रखंड मुख्यालय पशुपालन विभाग इंटर स्तरीय विद्यालय कर्णपुरा जीटी रोड रेलवे स्टेशन की दूरी 7 से 8 किलोमीटर हो जाएगी। जबकि कर्णपुरा गांव से इन जगहों की दूरी मात्र 1 से डेढ़ किलोमीटर है। छात्राओं ने कहा कि अब स्कूल जाने के लिए 8 किलोमीटर पैदल चलना होगा।
गांव में किसी की तबीयत खराब हो जाएगी तो उसे भी 8 किलोमीटर पैदल चलकर सरकारी अस्पताल जाना होगा। गांव के लोगों ने उदाहरण दिया कि इस रेलखंड पर 10 किलोमीटर की दूरी पर कर्मनाशा रेलवे स्टेशन से पूरब कुलहड़िया और महुअरियां गांव के समीप दो समपार फाटक थे और दोनों के बीच की दूरी मात्र 500 मीटर है उन दोनों समपार फाटक पर ओवरब्रिज बनाया गया है। हालांकि स्थानीय प्रशासन और प्रशासन इस समपार फाटक को बंद करने के लिए दबाव बना रहा है। जबकि रेल प्रशासन और स्थानीय प्रशासन की मानें तो इस फाटक पर ब्रिज बनाने पर सहमति हो गई है जल्द ही काम शुरू होगा। लेकिन हर हाल में समपार फाटक को सुरक्षा के लिहाज से बंद करना है। गौरतलब है कि कर्णपुरा रेलवे गेट नंबर 63 पर बुधवार की शाम 4 बजे के आसपास कर्णपुरा और पिपरा गांव के छात्र-छात्राओं और गांव के लोगों ने रेलवे फाटक बंद किए जाने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।
सड़क पर उतरे लोग।
ग्रामीणों का कहना है कि अधिकांश खरीद-फरोख्त, खेती, हॉस्पिटल और गांव के बच्चों के स्कूल जाने या ट्रेन पकड़ने के लिए लोग गांव के पश्चिमी गेट से ही 15 मिनट का रास्ता तय कर आते और जाते है। मंगलवार को एसडीएम के द्वारा बंद करने का अल्टीमेटम दिया गया। इसके कारण ग्रामीणों में आक्रोश भड़क गया। रेलवे विभाग द्वारा गांव के पूरब साइड में 63 नंबर गेट पर रेलवे ओवरब्रिज नही बनाया गया। इसके कारण ग्राम वासियों को रोजमर्रा का सामान खरीदने और दुर्गावती प्रखंड मुख्यालय में बने इंटर कॉलेज और प्राथमिक विद्यालय तथा रेलवे स्टेशन पर आने-जाने पढ़ने का क्रम पूरी तरह बाधित हो जायेगा। यहां रेलवे ओवर ब्रिज नहीं बनने से गांव के लोगों को पूर्वी ओवरब्रिज से आना जाना पड़ेगा। इससे करीब 7 से 8 किलोमीटर की दूरी तय करके आना पड़ेगा। गांव के पश्चिम तरफ 63 नंबर गेट पर भी ओवरब्रिज बनाया जाए।