वाराणसी। उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षक पुरस्कार की सरकार ने घोषणा कर दी है। प्रदेश के सभी जिलों से एक-एक शिक्षक को यह पुरस्कार दिया जा रहा है जिसमें काशी विद्यापीठ ब्लॉक के मंडुआडीह अंग्रेजी प्राथमिक विद्यालय की प्रिंसिपल सरिता यादव का भी चयन हुआ है। सरिता यादव के चयन के बाद उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। बता दें कि सरिता राय को इस स्कूल के प्रिंसिपल का चार्ज 2018 में मिला था। तब यह स्कूल सभी 19 पैरामीटर्स पर फिसड्डी था। यहां पर न ढंग का क्लासरूम था और न ही शौचालय। पानी, बिजली, फर्नीचर जैसी चीजें भी लचर हालात में थी। स्कूल के नाम पर पांच कमरों का पुराना भवन था। मगर, महज एक साल में इस स्कूल की तस्वीर बदल गई। अब यहां पर स्मार्ट क्लासरूम, 24 घंटे बिजली, मिनरल वाटर, प्रोजेक्टर रूम, ऑफिस और फर्नीचर, सीसीटीवी कैमरा आदि सब कुछ है।
टेलीफोन विभाग से सेवानिवृत स्वर्गीय जगन्नाथ प्रसाद सिंह की बेटी सरिता ने बताया कि जब साल 1999 में प्राथमिक विद्यालय मंडुआडीह में बतौर शिक्षिका चयन हुआ तो पिता जी का खुशी का ठिकाना नहीं था। इसके बाद ट्रांसफर केराकतपुर हो गया लेकिन जब साल 2018 में मंडुआडीह प्राथमिक विद्यालय अंग्रेजी माध्यम का हुआ तो वहां की प्रधानचार्या नियुक्त कर दी गयीं।
सरिता बताती हैं कि इस विद्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑपरेशन कायाकल्प के 19 पैरामीटर्स कहीं गायब थे। प्रिंसिपल सरिता राय ने बताया कि 'ऐसे में संकल्प लिया इस विद्यालय को अग्रणी विद्यालय बनाऊंगा फिर क्या अब यह स्कूल 19 पैरामीटर्स में वाराणसी में टॉप पर है। यह सारा काम उन्होंने आसपास के लोगों से मदद मांग कर की। उन्होंने फर्नीचर और प्रोजेक्टर की व्यवस्था खुद के बेटी और बेटे ने कर दिया। बाकी चीजों के लिए हम सरकारी फंड का इंजतार नहीं कर सकते थे। इसलिए कम्युनिटी लेवल पर उतरे, लोगाें से मिलना-जुलना हुआ और मदद मांग-मांगकर स्कूल में सारी मॉडर्न व्यवस्था की। आज हमारा स्कूल सभी 19 पैरामीटर पर वाराणसी का सबसे बेहतर सरकारी विद्यालय बन गया है। कायाकल्प के मामले में वाराणसी का यह स्कूल नंबर 1 पर चल रहा। 19 पैरामीटर में क्लासरुम, शौचालय बालक-बालिका अलग-अलग, रनिंग वाटर, टाइल्स, फर्नीचर और प्रोजेक्टर है।'
नगर निगम की सीमा के जाने के उपरांत भी एक छोटे से विद्यालय में वर्तमान समय में 265 बच्चे नामांकित हैं। सरिता राय के आने के उपरांत इस विद्यालय में 164 बच्चे नामांकित थे। उन्होंने कहा कि विद्यालय की उत्कृष्ट बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है और इसी का परिणाम है कि आज मुझे राज्य के सर्वोच्च शिक्षक सम्मान राज्य शिक्षक पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है। इस पुरस्कार को मैं विद्यालय के समस्त बच्चों शिक्षकों एवं अभिभावकों को समर्पित करती हूं क्योंकि यह पुरस्कार इन सभी के परिश्रम का परिणाम है।