वाराणसी। ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी के मुकदमेे में पोषणीयता के मामले में 12 सितम्बर को आनेवाले फैसले के तहत बनारस कचहरी से लगायत शहर के चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने सभी थानों को निर्देश दिया कि किसी प्रकार की अफवाहबाजी या धार्मिक उन्माद फैलाने जैसी कोई घटना नही होनी चाहिए। ऐसे लोगों को चिहिंत कर लें। इसके साथ ही अपने-अपने क्षेत्रों के धार्मिक व राजनीतिक क्षेत्रों के लोगों के साथ बैठक पर शांति व्यवस्था की अपील करें। उनके आदेश के बाद से सभी थाना क्षेत्रों में बैठकों का सिलसिला जारी है। वैसे कुछ संदिग्धों के घरों पर जाकर पुलिस ने ताकीद कर दी है।

सोेमवार को फैसले को देखते हुए रविवार को एसीपी प्रबल प्रताप सिंह के नेतृत्व में बम डिस्पोजल स्क्वायड, डाग स्क्वायड के साथ पुलिस अधिकारियों ने कचहरी परिसर के चप्पे-चप्पे की जांच की। न्यायालय परिसर के अलावा अधिवक्ताओं की चौकियों, गमलों से लगायत सभी स्थानों की सूक्ष्मता से जांच की गई। एटीएस और क्राइम ब्रांच भी सक्रिय हो गई है। इसके साथ ही संदिग्धों के मोबाइल काल डिटेल खंगाले जा रहे हैं। इसके साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और ज्ञानवापी परिसर की सुरक्षा भी चौकस कर दी गई है। घाट और गलियों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है।

संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष नजर हैं। रात को स्टेटिक गार्ड की एसीपी स्तर के अधिकारियों के द्वारा गोपनीय चेकिंग करने के निर्देश दिये गये हैं। सीसीटीवी कैमरे चेक किये गये और कंट्रोल रूम की व्यवस्था दुरूस्त कर दी गई है। गौरतलब है कि पांच महिलाओं की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र में इतिहास और पुराणों का जिक्र करते हुए शृंगार गौरी के दर्शन-पूजन का अधिकार मांगा गया है। अदालत इस बात पर फैसला सुनाएगी कि मुकदमा सुनने योग्य है या नहीं। इस दौरान फैसले से पहले ही विभिन्न मंदिरों में पूजन-हवन शुरू हो गया है।
शांति भंग की सम्भावना वाले कार्यक्रम से हमारा कोई सरोकार नही-जितेन्द्र सिंह विसेन
इस बीच ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में राखी सिंह एवं अन्य के मुकदमे की पोषणीयता को लेकर जिला न्यायालय में फैसले के संदर्भ में विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन की ओर से अपील जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि इसके संबंध में राखी सिंह या विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेन्द्र सिंह विसेन या उनके किसी सहयोगी द्वारा न किसी तरह के जुलूस, यात्रा की कोई घोषणा की गई है। ना ही ऐसी कोई योजना है।किसी भी जुलूस, यात्रा का जिससे शान्ति व्यवस्था भंग होने की संभावना बने उसमें राखी सिंह या विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख या उनके किसी सहयोगी की कोई संलिप्ता न समझी जाए।
इधर, घंटा-थाली और शंख बजाने की की गई अपील
उधर, एक कार्ड जारी कर लोगों से रात आठ बजे से सवा आठ बजे तक घरों की छतों पर चढ़कर शंख ध्वनि, घंटा थाली बजाने की अपील की गई है। कार्ड में संस्था का नाम श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास लिखा है। उसमें कहा गया है कि लोग अपने-अपने घरों में दीप जलाएं और महादेव की मुक्ति के लिए प्रार्थना करें। अपने मुहल्ले नगर में शांति बनाए रखें। श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास एवं समस्त शिवभक्त। 12 सितम्बर को ज्ञानवापी फैसला आने वाला है।