छत्तीसगढ़ में भाजपा उम्मीदवारों की सूची ने राजस्थान में मचाई खलबली, विधायकों को टिकट कटने का डर
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छत्तीसगढ़ में जारी हुई भाजपा उम्मीदवारों की सूची ने यहां राजस्थान में भाजपा नेताओं के बीच खलबली मचा दी है। छत्तीसगढ़ की सूची में भाजपा विधायकों की टिकटें काटी गई हैं। राजस्थान में भी वर्तमान भाजपा विधायकों को कुछ ऐसी ही सूची से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक बहुमत से जीत हासिल करने वाली भाजपा के आधे से अधिक विधायकों के ऊपर टिकट कटने का संकट मंडरा रहा है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी भी कह चुके हैं सर्वे व काम के आधार पर ही विधायकों को टिकट मिलेंगे। वहीं, अब प्रदेश प्रभारी व केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी कह दिया है कि हम किसी को सीट नहीं बदलने देंगे, बदलेगा तो प्रत्याशी ही बदलेगा।
राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 200 में से 163 सीटें जीती थीं। उप चुनावों में दो सीटें और खोने के बाद भाजपा के फिलहाल 161 विधायक हैं। यदि आधे से अधिक विधायकों के टिकट कटते हैं, तो यह संख्या 80 से अधिक हो सकती है।
भाजपा ने आंकड़ों से सबक लिया तो घमासान तय
राजस्थान में चुनावी जीत के आंकड़े गवाह हैं कि एंटी इनकम्बैंसी की मार सबसे अधिक विधायकों पर ही पड़ती है। पिछले विधानसभा चुनाव में सत्ता धारी कांग्रेस ने अपने 105 उम्मीदवारों को टिकट दिया था, जिन्होंने 2008 में भी चुनाव लड़ा था, लेकिन इनमें से केवल 14 ही जीत पाए थे।
इससे पूर्व वर्ष 2008 के चुनाव में सत्ताधारी भाजपा ने 68 उन उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था, जिन्होंने वर्ष 2003 में भी चुनाव लड़ा था, लेकिन इनमें से केवल 28 उम्मीदवार ही जीते थे। यही नहीं, भाजपा सरकार में मंत्री रहे 13 उम्मीदवार व विधायक रहे 40 उम्मीदवारों की करारी हार हुई। इन आंकड़ों से भाजपा सबक लेती है तो टिकट जारी करते समय घमासान होना तय नजर आ रहा है।