गुजरात हिंसा पर मायावती ने बीजेपी को घेरा, काशी में लगे 'मोदी बनारस छोड़ो' के पोस्टर

वाराणसी पीएम से नाराज
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में भी उत्तर भारतीयों से गुजरात में हुए भेदभाव को लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है। वाराणसी में नाराजगी जताने को लेकर 'गुजराती मोदी बनारस छोड़ो' के पोस्टर लगाए गए हैं। स्थानीय नेताओं व संगठनों ने भी इसे लेकर विरोध जताया है। मंगलवार को शहर की सड़कों पर लगाए गए पोस्टरों में गुजरातियों को वाराणसी से बाहर जाने की चेतावनी दी गई है।
गुजरातियों को चेतावनी देने वाले पोस्टर यूपी-बिहार एकता मंच की ओर से जारी किया गया है। मंच से जुड़े लोगों ने सुबह से ही प्रमुख सड़कों के साथ चौराहों पर भी पोस्टर लगाना शुरू किया। यूपी-बिहार एकता मंच की ओर से चेतावनी देते कहा गया है कि यदि तीन दिन में गुजरात में उत्तर भारतीयों के खिलाफ हिंसक गतिविधियां नहीं रूकीं तो वाराणसी से गुजरातियों को भगाने का अभियान शुरू होगा।
बता दें, उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों पर हमलों के करीब 50 मामले, गुजरात में अब तक दर्ज हुए हैं और ऐसे मामलों में अब तक 431 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। ऐसी घटनाएं मुख्य रूप से हिम्मतमनगर में हुई हैं, जहां रेप की वारदात हुई थी। मेहसाणा, गांधीनगर और अहमदाबाद के बाद अब वडोदरा, आणंद और पंचमहल, जैसी जगहों पर भी हमले हुए हैं जहां ठाकोर समुदाय एक बड़ी आबादी है।