महागठबंधन की गांठ सुलझाने में फिर से जुटे Chander Babu Naydu
चंद्र बाबू नायडू
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख चंद्र बाबू नायडू विपक्षी दलों के महागठबंधन की गांठ को सुलझाने में एक बार फिर से जुट गए हैं। इस क्रम में नायडू ने मंगलवार शाम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। सूत्रों की मानें तो राहुल और नायडू के बीच बातचीत वर्तमान राजनीतिक माहौल के साथ महागठबंधन के स्वरूप और सीटों के उलझे गणित को सुलझाने के लिए ही था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने खुले दिल के साथ समझौते की पेशकश रखी है। कांग्रेस ने महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ गठबंधन को लगभग अंतिम रूप दे दिया है और सहयोगियों के लिए भी सीटें छोड़ी हैं। उम्मीद है कि विपक्षी दलों के महागठबंधन और राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों के बीच होने वाले गठबंधन का स्वरूप अब जल्द सामने आएगा। महागठबंधन में शामिल होने वाली संभावित पार्टियों की दूसरी बैठक जल्द ही बुलाई जाएगी। इससे पहले नायडू 21 दलों की एक बैठक दिल्ली में बुला चुके हैं।
यूपी, दिल्ली, प. बंगाल महागठबंधन की चुनौती
महागठबंधन के मूर्त रूप में लेने में सबसे बड़ी चुनौती यूपी, दिल्ली और पश्चिम बंगाल है जहां कांग्रेस की भूमिका और हिस्सेदारी पर जटिल सवाल है। यूपी में सपा-बसपा ने अधिकारिक घोषणा तो नहीं की है लेकिन कांग्रेस को दो सीटों पर समर्थन की बात कर वे महागठबंधन को धर्म निभाना चाहती हैं। पश्चिम बंगाल में भी वामपंथी दलों और टीएमसी नेता ममता बनर्जी की लड़ाई में कांग्रेस मुसीबत में फंसी है। दिल्ली में आप और कांग्रेस ने अपना रुख साफ नहीं किया है।