राजद के SP-BSP से हाथ मिलाने के कयास, Tejasvi आज Akhilesh से करेंगे मुलाकात

कहा कि दिल्ली की कुर्सी का रास्ता यूपी और बिहार से होकर जाता है। देश की निगाहें यूपी में बसपा और सपा के गठबंधन पर थी। मायावती और अखिलेश यादव के कदम से देश की जनता में उत्साह है, खासतौर पर बहुसंख्यक समाज ने इसका स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि दोनों दल यूपी में मिलकर चुनौतियों का मुकाबला करेंगे। लोकसभा चुनाव मे यूपी और बिहार से भाजपा का पूरी तरह सफाया होगा।
इससे पहले अमौसी एयरपोर्ट पर तेजस्वी ने मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि लालू जी की कल्पना थी कि यूपी में एक महागठबंधन हो जिसमें सपा और बसपा मिलकर चुनाव लड़ें। आज देश के जो हालात हैं उसमें यह गठबंधन आवश्यक हो गया था।
इस समय देश में अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब संविधान के साथ छेड़छाड़ की कोशिश हो रही है और नागपुरिया कानून देश में लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। जो मोहन भागवत कह रहे हैं, नरेंद्र मोदी वही कर रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा कि उनकी लड़ाई मोदी को हटाने या हराने की नहीं है। उनसे कोई नफरत या गुस्सा नहीं है। यह एक विचार की लड़ाई है। मोदी से पहले भी लालू प्रसाद यादव बीजेपी व आरएसएस का विरोध करते रहे हैं। राजद नेता ने कहा कि संवैधानिक संस्थानों की प्रतिष्ठा गिराई जा रही है।
पहली बार आरबीआई गवर्नर ने इस्तीफा दिया। सीबीआई को तोता कहा जा चुका है। मायावती और अखिलेश के बीच गठबंधन के बारे में जैसे पता चला छापेमारी शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि लालू बीजेपी के सामने नहीं झुके इसलिए जेल में हैं। मेरे ऊपर तब के मामले में एफआईआर दर्ज करा दी गई थी जब मूंछें भी नहीं आई थीं। इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का योगदान था।