UP Congress में हो सकते हैं दो प्रदेश अध्यक्ष, 4 कार्यकारी अध्यक्ष पर भी चल रही चर्चा

यूपी के जातीय समीकरण को साधने के लिए कांग्रेस राज्य के हर उस चेहरे को सामने लाना चाहती है जिसके समाज में संदेश जाए। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को बदला जाना इसलिए भी जरूरी हो गया है क्योंकि राज्य के कई वरिष्ठ नेताओं को सामने लाया जाना है। छत्तीसगढ़ के प्रभारी और दलित वर्ग के पीएल पुनिया पार्टी नेतृत्व से यूपी लौटने की बात कह चुके हैं ऐसे में पुनिया की नई भूमिका तय होनी है।
ब्राह्मणों के नेता और वरिष्ठता के नाते प्रमोद तिवारी को फ्रंट पर लाया जाना है तो युवा और इसी वर्ग के जतिन प्रसाद भी लंबे समय से संगठन में जगह तलाश रहे हैं। पूर्वी यूपी में संजय सिंह का मजबूत दावा है। पश्चिम में कांग्रेस एक जाट चेहरा तलाशने के साथ गुर्जर समाज में भी सीधी पैठ चाहती है। हर राज्य की तरह यूपी में अभी तक एआईसीसी के चार सचिव भी अलग-अलग हिस्सों में काम करते थे ऐसे में उनकी संख्या भी छह की जा सकती है।