Anna Hazare ने दी पद्म भूषण सम्मान लौटाने की चेतावनी
विज्ञापन
अन्ना हजारे ने अहमदनगर जिले में स्थित अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में बुधवार को भूख हड़तार शुरू की थी। उनकी मांग है कि लोकपाल और लोकायुक्तों की नियुक्ति की जाए तथा किसानों के मुद्दे पर संकल्प पत्र पेश किया जाए। अन्ना ने कहा कि मोदी सरकार ने लोगों का विश्वास तोड़ा है। उन्होंने अगले कुछ दिन में अपनी मांगें नहीं मानने पर देश का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण लौटा देने की चेतावनी दी, जो उन्हें 1992 में दिया गया था।
रविवार को डॉ. धनंजय पोटे ने अन्ना की स्वास्थ्य जांच करने के बाद बताया कि खाना नहीं खाने के कारण उनका 3.8 किलोग्राम वजन कम हो चुका है और ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर व यूरिन में क्रिएटिन का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है।
इससे पहले अन्ना की मांगों के समर्थन में करीब 110 प्रदर्शनकारियों ने रालेगण सिद्धि से 38 किलोमीटर दूर परनार तहसील क्षेत्र के गांव सूपा में अहमदनगर-पुणे हाईवे पर जाम लगा दिया। दोनों तरफ वाहनों की 6-6 किलोमीटर लंबी लाइन लगने के कई घंटे बाद पुलिस ने किसी तरह यह जाम खुलवाया।
Anna Hazare: I will be returning my Padma Bhushan award to the President. I did not work for that award, you only gave me that while I was working for social cause & the country. If the country or society is in this condition, then why should I keep that? (03.02.19)