Congress की नई रणनीति: यूपी मेंPriyanka Gandhi -सिंधिया के बीच हुआ चुनावी जमीन का बंटवारा
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कांग्रेस के संगठन रणनीतिकारों ने यूपी के दोनों प्रभारियों प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए कार्यक्षेत्र का खाका खींच लिया है। यूपी के प्रशासनिक दृष्टि से 18 मंडलों में नौ मंडल एक के हिस्से आएंगे। उस लिहाजा से लोकसभा की 80 सीटों में 42 पूर्वी यूपी यानि प्रियंका के हिस्से और 38 पश्चिम हिस्से की ज्योतिरादित्य सिंधिया के खाते में आएंगी।
पार्टी नेताओं ने इलाकों के बंटवारे का खाका जरूर खींचा है लेकिन अंतिम फैसला प्रियंका के आने पर ही होगा। तय कार्यक्रम के मुताबिक प्रियंका को विदेश से पहली फरवरी तक दिल्ली पहुंचना था लेकिन अमेरिका में खराब मौसम के चलते उनके दिल्ली आने का कार्यक्रम 3-4 फरवरी तक टल गया है। प्रियंका के दिल्ली आने पर पहले उनकी कांग्रेस अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक होनी है। उसके बाद फरवरी के दूसरे में उनके यूपी जाने के कार्यक्रम का अंतिम रूप दिया जाएगा।
पार्टी ने मोटे तौर पर काम को जो बंटवारा किया है उसमें प्रियंका के पास पूर्वी यूपी के तहत लखनऊ, फैजाबाद, बस्ती, देवीपाटन, गौरखपुर, बनारस, प्रयागराज, आजमगढ़ और मिर्जापुर मंडल आएंगे। इन मंडलों के 42 संसदीय क्षेत्र आते हैं। जबकि ज्योतिरादित्य के पास मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, सहारनपुर, अलीगढ़, झांसी, कानपुर, चित्रकूट और आगरा मंडल से जुड़ी 38 लोकसभा सीटें आनी हैं।
यूपी से जुड़े एक सचिव के मुताबिक पार्टी अभी तक गठबंधन की संभावनाओं के आधार पर चुनावी तैयारी कर रही थी। जबकि अब पार्टी को सभी 80 सीटों पर उम्मीदवार उतारने हैं। पहले हमारी तैयारी 2009 के नतीजों के आधार थी जिसमें कांग्रेस ने 21 लोकसभा सीटें जीती थीं। उनके सीटों के अलावा कुछ अन्य सीटों जहां कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी वहां उम्मीदवार उतारने की तैयारी थी। अब बदली स्थिति और नए प्रभारियों के आने से राज्य की स्थिति बदली है लिहाजा जो भी बदलाव और रणनीति बनेगी उसमें प्रियंका की अहम भूमिका होगी।