5 साल पहले 24 अप्रैल 2014 को भी PM Modi ने किया था Varanashi में रोड शो, फिर बने थे PM
24 अप्रैल 2014 को मोदी का वाराणसी में रोड शो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 अप्रैल को वाराणसी से नामांकन भरने जा रहे हैं। इससे एक दिन पहले 25 अप्रैल को वह रोड शो के जरिए अपनी ताकत दिखाई। इस मौके पर आज से ठीक पांच साल पहले का वाकया याद आता है जब नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल 2014 को वाराणसी से नामांकन किया था। इस दौरान भी भारी भीड़ उमड़ी थी, गली गली में मोदी-मोदी के नारे बुलंद हो रहे थे। इसी दौरान उन्होंने मशहूर वाक्य कहा था- मुझे मां गंगा ने बुलाया है।
मोदी को बनाया गया था पीएम उम्मीदवार
2014 में भाजपा ने नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाया था। लाल कृष्ण आडवाणी की नाराजगी के बीच मोदी की उम्मीदवारी ने पार्टी और समर्थकों में नया जोश भर दिया था। पार्टी ने खास रणनीति के तहत मोदी को वाराणसी से चुनाव लड़ाने का फैसला किया। मकसद पूर्वी यूपी के साथ-साथ बिहार के वोटरों को भी साधने का था। इसके अलावा उन्हें गुजरात की वडोदरा से टिकट दिया गया था। मोदी जब वाराणसी पहुंचे तो मोदी, मोदी, मोदी के नारे गूंज रहे थे। तब 63 साल के मोदी के समर्थन में हजारों भाजपा और संघ कार्यकर्ता वाराणसी में जुटे हुए थे। उन्होंने तीन किलोमीटर लंबा रोड शो भी निकाला था। बनारस की गलियों से होता हुआ उनका रोड शो नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचा था।
लोगों का समर्थन देख तब मोदी ने कहा था- यहां आने के बाद मुझे महसूस हुआ कि न मैं खुद यहां आया हूं न किसी ने मुझे भेजा है, मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है। मुझे लग रहा है कि जैसे में मां की गोद में बैठा छोटा बच्चा हूं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं मुझे इस शहर की सेवा करने का ताकत दे।
इस दौरान कुछ कुछ आज जैसा ही नजारा था। तब मोदी के साथ अमित शाह, मुख्तार अब्बास नकवी, रविशंकर प्रसाद थे और इन्हीं की मौजूदगी में मोदी ने नामांकन भरा था। हालांकि उन्हें 20 मिनट इंतजार भी करना पड़ा था क्योंकि एक निर्दलीय उम्मीदवार पर्चा भर रहा था।
अमित शाह की रणनीति
मोदी के करीबी अमित शाह पिछले कुछ महीनों से यूपी में चुनाव प्रचार का काम देख रहे थे। रोड शो के बाद उन्होंने कहा- लोगों का समर्थन देख साबित हो गया है कि मोदी लहर सुनामी में तब्दील हो गई है। उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस की हार निश्चित है। इस समर्थन का असर बिहार और दूसरे राज्यों में भी दिखेगा।
इस रोड शो को तमाम न्यूज चैनलों ने नॉन स्टॉप टेलीकास्ट किया था। इस दौरान 11 राज्यों की 117 लोकसभा सीटों पर मतदान भी जारी था। इसे लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए आचार संहिता उल्लंघन को लेकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
इस दौरान मोदी का रोड शो मुस्लिम बहुत इलाके नादेसर से भी गुजरा था। अल्पसंख्यक समुदाय के कई लोगों ने भी मोदी का स्वागत किया था। उन्होंने काशी विश्वविद्यालय परिसर में सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण भी किया था। इस चुनाव में मोदी का मुकाबला आप संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय कर रहे थे।
बाद में मोदी ने ट्वीट किया, कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और उत्साह को देखकर मैं भावुक हो गया हूं। मेरा वाराणसी में आना ऐसा है जैसे एक बच्चा अपनी मां के पास आता है। मैं इस पवित्र धरती पर मां गंगा के बुलावे पर आया हूं। धन्यवाद वाराणसी। तुमने जिस तरह का प्यार आज बरसाया है उसका वर्णन नहीं किया जा सकता है।
बहरहाल, मोदी ने वाराणसी से शानदार जीत हासिल की। तमाम प्रचार और दावों के बावजूद अरविंद केजरीवाल को हार झेलनी पड़ी। मोदी वडोदरा से भी जीते लेकिन संसद में वाराणसी का प्रतिनिधित्व किया। 2019 में वह दोबारा वाराणसी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।