
क्या कहा था मणिशंकर ने?
तब अय्यर के इस बयान को भाजपा और मोदी ने जमकर भुनाया। मोदी की तरफ से सवाल उछाला गया कि क्या एक चायवाला देश का पीएम नहीं बन सकता। भाजपा ने इसी बहाने देशभर में चाय पर चर्चा कार्यक्रम चलाया जिसे खूब सुर्खियां मिली। कार्यक्रम भी खासा हिट रहा। बाद में सबकुछ इतिहास में दर्ज हो गया। भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला और मोदी प्रधानमंत्री बने।
गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान फिर मणिशंकर अय्यर ने यही गलती दोहराई। उन्होंने पीएम मोदी को नीच कह दिया। मोदी और भाजपा ने उनके बयान को फिर भुनाया। गुजरात में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनी। सियासी जानकारों के मुताबिक कांग्रेस को इससे नुकसान पहुंचा और भाजपा सरकार बनने में इस बयान का भी थोड़ा बहुत योगदान रहा।
पित्रोदा ने की अय्यर जैसी गलती
अब क्या है 84 का? आपने (मोदी) क्या किया है पांच साल में, उसकी बात करिए। 84 में हुआ तो हुआ, आपने क्या किया? आपको रोजगार पैदा करने के लिए वोट दिया गया था, 200 स्मार्ट सिटी बनाने के लिए वोट मिले थे, आपने वो भी नहीं किया।