ईवीएम पर रार...शाह ने 6 सवाल उठाकर विपक्ष पर साधा निशाना

पहला- ईवीएम से हुए पिछले चुनावों में जीत होने पर विपक्षी दलों ने सत्ता क्यों संभाली, जब उन्हें ईवीएम पर विश्वास ही नहीं है?
दूसरा- सुप्रीम कोर्ट ने तीन से ज्यादा पीआईएल का संज्ञान लेने के बाद चुनावी प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया है। इसमें हर विधानसभा क्षेत्र के पांच वीवीपैट को गिनने का आदेश है। क्या विपक्ष सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भी प्रश्न चिह्न लगा रहे हैं?
तीसरा- मतगणना के सिर्फ दो दिन पहले 22 विपक्षी दलों द्वारा चुनावी प्रक्रिया में परिवर्तन की मांग पूर्णतः असांविधानिक है, क्योंकि इस तरह का कोई भी निर्णय सभी दलों की सर्वसम्मति के बिना मुमकिन नहीं है।
चौथा- विपक्ष ने ईवीएम पर हंगामा 6 चरणों का मतदान समाप्त होने के बाद शुरू किया। एग्जिट पोल के बाद यह और बढ़ गया। एग्जिट पोल के आधार पर ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल कैसे किया जा सकता है?
पांचवां- ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों को चुनाव आयोग ने सार्वजनिक रूप से चुनौती देकर इसके प्रदर्शन का आमंत्रण दिया था। उसे किसी ने स्वीकार नहीं किया। आयोग ने वीवीपैट की व्यवस्था भी की। चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के बाद भी इस पर सवाल उठाना सही है?
छठा- विपक्ष हिंसात्मक व अलोकतांत्रिक बयान के द्वारा किसे चुनौती दे रहा है? जो भी नतीजा आए, सभी को स्वीकार करना चाहिए। यह 90 करोड़ मतदाताओं का जनादेश होगा।