Balakot Air strike के बाद लगातार ठिकाने बदल रहा था Masood Azhar

दिलचस्प बात यह है कि अजहर पिछले हफ्ते आठमुकाम आया था और यहीं रहने लगा। यह आतंकी कैंपों का डेरा है। यह स्थान नियंत्रण रेखा के पास नीलम वैली में है। सूत्रों का कहना है कि केवल चार दिन पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के जूरा शहर में वह पाकिस्तानी सेना के साथ रुका था। यह इस्लामाबाद से 100 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित है।
सूत्रों का कहना है कि भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान ने अजहर की आठमुकाम यात्रा को महत्वपूर्ण बताया था। अजहर को गंभीर बीमारी है और उसे लगातार चिकित्सा देखभाल की जरुरत है, इसके बावजूद सेना के साथ उसका मुलाकात करना महत्वपूर्ण था। उसका छोटा भाई रउफ अजगर इस समय आतंकी कैंपों को संचालित कर रहा है। ऐसे में अपने भाई को भेजने की बजाए वह खुद सेना से मुलाकात करने के लिए गया। सूत्र ने बताया कि अजहर ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसे चीन द्वारा यूएनएससी में उठाए जाने वाले कदम के बारे में पूर्वानुमान हो गया था।