5 करोड़ लोगों से किया सीधा संवाद, दो लाख व्हाट्सएप ग्रुप बने भाजपा की ताकत
भाजपा की व्हाट्सएप रणनीति - फोटो : bharat rajneeti
बीते लोकसभा चुनाव में ट्विटर और फेसबुक को मुख्य हथियार बनाने वाली भाजपा ने इस बार व्हाट्सएप को प्रमुख चुनावी हथियार बनाया। अधिसूचना जारी होने से पहले पार्टी ने दो लाख व्हाट्सएप ग्रुप बनाए और हर ग्रुप में औसतन 256 सदस्य जोड़े। इसके जरिए छह महीने से लगातार 5 करोड़ लोगों से सीधा संवाद किया। बीते चुनाव में व्हाट्सएप देश में इतना लोकप्रिय नहीं था। तब पार्टी ने फेसबुक और ट्विटर से प्रचार किया। इनके जरिए यूपीए सरकार की नीतियों पर लगातार सवाल उठाए। नतीजे आने के बाद दूसरे दलों को चुनाव प्रचार में सोशल मीडिया की अहमियत का पता चला। इसके बाद दूसरे दलों ने भी इस प्लेटफार्म का उपयोग करना शुरू किया। दूसरी ओर, भाजपा ने इस मामले में नए-नए प्रयोग किए। पार्टी के आईटी सेल से जुड़े एक वरिष्ठ कार्यकर्ता के मुताबिक, गहरे मंथन के बाद इस चुनाव में फेसबुक और ट्विटर की जगह व्हाट्सएप ग्रुप को वरीयता देने की रणनीति बनी।
UP बेसिक शिक्षा करीब छह महीने पहले न्यूज़ ही युद्ध स्तर पर दो लाख व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए। इनके जरिए विपक्ष के सभी हमलों का जवाब देने के अलावा मोदी सरकार की एक-एक उपलब्धि की जानकारी दी गई। इन्हीं ग्रुपों के जरिए नए-नए मुद्दों को भी केंद्र में लाया गया।