ईवीएम, 'एजेंसियां भरोसेमंद नहीं', विपक्ष के निशाने पर फिर :लोकसभा चुनाव 2019
ईवीएम (प्रतीकात्मक तस्वीर): Bharat Rajneeti
रविवार को लोकसभा चुनाव से जुड़े एग्जिट पोल्स के नतीजे आने के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) एक बार फिर से विपक्ष के निशाने पर है।
टीडीपी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू जहां इस मुद्दे पर चुनाव आयोग के समक्ष धरना देने के लिए दूसरे दलों को मनाने में जुटे हैं। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा कि अगर एग्जिट पोल्स का अनुमान सच साबित हुआ तो इसका सीधा सा मतलब है कि ईवीएम में धांधली की गई। वहीं तृणमूल प्रमुख ने कहा कि ईवीएम में धांधली का अवसर देने के लिए एग्जिट पोल्स में भाजपा की जीत का अनुमान लगाया गया है। अल्वी ने कहा कि एग्जिट पोल्स का अनुमान एकतरफा है। अगर इस पोल्स के नतीजे सही साबित होते हैं तो इसका मतलब है कि ईवीएम में धांधली हुई है। इस क्रम में उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार की साजिश रचकर ईवीएम के प्रति सकारात्मक माहौल बनाया गया। फिर एग्जिट पोल्स कराने वाली एजेंसियां भरोसेमंद नहीं हैं। इनका पूर्व में स्टिंग ऑपरेशन भी हुआ है।
उधर, चंद्रबाबू नायडू सहित 21 दलों के नेता मंगलवार को चुनाव आयोग से मिलेंगे। ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करते हुए नायडू ने कहा कि आयोग मतगणना के दौरान वीवीपैट की गिनती और उसका हर हाल में मिलान करे। जबकि ममता ने दावा किया कि एग्जिट पोल्स के जरिए भाजपा के जीतने की धारणा बनाने की कोशिश की गई। जीतने की धारणा बनाकर भाजपा ईवीएम में हेराफेरी करना चाहती है। उन्होंने एग्जिट पोल्स को बकवास भी करार दिया। उन्होंने कहा कि वह चुनाव सुधारों को लेकर चल रही मुहिम को जारी रखेंगे।