पंकज गुप्ता, जयप्रकाश, हर्षवर्धन (फाइल फोटो)): भारत राजनीती
देश की सबसे छोटी लोकसभा सीट चांदनी चौक देश के सबसे पुराने बाजार, कारोबारी इतिहास और दिल्ली की पुरानी गलियों-किलों की पहचान वाला इलाका है। यहां वोटों का समीकरण व्यापारी वर्ग तय करता है। इसे देखते हुए तीनों ही पार्टियों ने वैश्य उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा से मौजूदा सांसद केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन हैं तो कांग्रेस ने पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल और आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पंकज गुप्ता को उतारा है। हर्षवर्धन स्थानीय होने के साथ विकास के दावे कर रहे हैं तो आईटी प्रोफेशनल रहे पंकज गरीब बच्चों के लिए काम व एक साल से क्षेत्र में काम के भरोसे हैं। वहीं, जेपी अग्रवाल मशहूर परांठा वाली गली से हैं। चांदनी चौक से यह उनका चौथा चुनाव है। चांदनी चौक इलाके में अतिक्रमण, खराब बुनियादी ढांचा, अनियंत्रित यातायात, पानी की किल्लत और खुदी सड़कें जैसी एक सी समस्याएं हैं। नोटबंदी, जीएसटी और सीलिंग की मार से व्यापारी वर्ग परेशान रहा है। शालीमार बाग, मॉडल टाउन और त्रिनगर सीलिंग की मार से सबसे ज्यादा बेहाल हैं। वजीरपुर, शकूर बस्ती टूटी सड़कों और बजबजाती नालियों से जूझ रहा है।
चांदनी चौक में चौक दरवाजा से फतेहपुरी मस्जिद तक खोदी हुई सड़क विकास के आने के एहसास, लेकिन वर्तमान की दुश्वारियों की कहानी बयां कर रही है। इन परेशानियों के बावजूद राष्ट्रवाद का मुद्दा हावी दिख रहा है। भाजपा को उम्मीद है कि आप व कांग्रेस के बीच वोटों का बंटवारा उसके लिए बड़ी जीत का सबब बन सकता है। वहीं, ऐन मौके तक गठबंधन की राह देखने के बाद चुनावी मैदान में आई कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी एड़ी-चोटी का जोर लगाए है।
उठाए मुद्दे
भाजपा : हिंदुत्व व राष्ट्रवाद के साथ मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के नाम पर वोट मांग रही है।
कांग्रेस : सीलिंग, बुलियन व्यापार पर 3 फीसदी टैक्स, नोटबंदी व जीएसटी की बात कर रही है।
आप : पूर्ण राज्य के दर्जे, जीएसटी की दुश्वारियों व चांदनी चौक के विकास में भाजपा के अड़ंगे को मुद्दा बना रही है।