नौकरानी के खाते में 32 महीने में 700 से बढ़कर हुए 75 लाख, सीबीआई ने मामला किया दर्ज

सीबीआई ने एफआईआर में आरोप लगाया कि एजेंसी को सूचना मिली थी कि यादव ने 12 अगस्त, 2015 से सात अप्रैल, 2018 तक चेन्नई में विस्फोटक विभाग के संयुक्त मुख्य नियंत्रक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की। जांच के दौरान पाया गया कि 2015-18 के दौरान एके यादव ने अपने और अपनी नौकरानी सरिता के नाम पर 1.37 करोड़ की अवैध संपत्ति जोड़ी,जबकि इस दौरान उसकी वैध आय 31.76 लाख रुपये थी। उसके सभी खर्च निकालने के बाद कुल अवैध संपत्ति की कीमत 98.89 लाख रुपये निकली।