हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल, बीमार ड्राइवर की तरफ से वन अधिकारी ने रखा रोजा

माली ने आगे कहा कि हर इंसान के अंदर सांप्रदायिक सौहार्द्र होना चाहिए। मैं हर धर्म में विश्वास रखता हूं। हर धर्म हमें अच्छा सिखाता है। हमें पहले इंसानियत को मानना चाहिए बाद में धर्म को। रोजा रखने के बाद मैं काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं। मालूम हो कि एक महीने के रोजे के बाद जून के पहले हफ्ते में ईद मनाई जाएगी।
बता दें कि इस्लाम धर्म में रमजान माह का खास महत्व है। मान्यता है कि इस महीने में आसमान से पवित्र पुस्तक कुरान शरीफ को धरती पर लाया गया था। इसे बरकतों और रहमतों का पाक माह भी कहा जाता है। रमजान का महीना सब्र और सुकून का है। कुरान शरीफ में कई जगह रोजा रखने को जरूरी बताया गया है।