एसबीआई: जेट के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया मजबूरी, 8,500 करोड़ रुपए की होनी है वसूली
कंपनी की वित्तीय हालत लगातार कमजोर होती जा रही है और पिछले एक साल से वह समाधान की कोशिशों में लगी थी। बैंक ने कहा कि बोली के दौरान एतिहाद, एनआईआईएफ, टीपीजी कैपिटल और इंडिगो पार्टनर्स ने रुचि दिखाई थी, लेकिन बोलीदाताओं ने निवेश से पहले कई शर्तें रखीं, जिसे पूरा कर पाना कर्जदाता समूह के लिए संभव नहीं था।
बैंकों ने सिर्फ खुद को बताया कर्जदाता
एसबीआई के साथ 26 बैंकों ने एनसीएलटी में 17 जून को दाखिल अपनी याचिका में सिर्फ खुद को कंपनी का कर्जदाता बताया है। उन्होंने कहा है कि कंपनी के प्रबंधन के किसी भी कामकाज में कर्जदाताओं का कोई हस्तक्षेप नहीं रहा है। यह जेट एयरवेज की जिम्मेदारी है कि वह सेबी के नियमों के तहत एक सूचीबद्ध कंपनी के तौर पर अपनी सभी जानकारियों का खुलासा करे।