बंगाल में भाजपा का काला दिवस, इधर एनएसए डोभाल संग गृह मंत्री अमित शाह की अहम बैठक
PM Modi, Mamata Banerjee - फोटो : bharat rajneeti
पश्चिम बंगाल में चुनाव शुरू होने से पहले से लेकर नतीजों के बाद अबतक हिंसात्मक घटनाएं होती आ रही है। केंद्र सरकार ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार को आगाह किया है। इधर, राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। हालांकि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी से उनकी शिष्टाचार मुलाकात है। इसे अन्य विषय से जोड़कर न देखा जाए। वहीं, दूसरी ओर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
इधर, दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह विशेष बैठक कर रहे हैं। गृहसचिव राजीव गौबा, एनएसए अजीत डोभाल, आईबी प्रमुख और गृह मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी मौजूद हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक में पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा पर भी चर्चा हो रही है।
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस(टीएमसी) और भाजपा में अक्सर तनाव और झड़प की घटनाओं पर गृह मंत्रालय ने बंगाल सरकार को एडवाइजरी(दिशा-निर्देश) जारी करते हुए आगाह किया है। वहीं, बंगाल पुलिस से टकराव के बाद भाजपा आज बंगाल में काला दिवस मना रही है।
मालूम हो कि उत्तर 24 परगना में शनिवार को हुई झड़प के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के अंतिम संस्कार को लेकर बंगाल पुलिस और नेताओं के बीच तनातनी हो गई थी। रविवार को बशीरहाट में अंतिम दर्शन के लिए भाजपा कार्यालय ले जाए जा रहे शवों को पुलिस ने रोका था, जिसके बाद पुलिस पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सोमवार को बशीरहाट में 12 घंटे का बंद और पूरे बंगाल में काला दिवस मनाने का एलान किया।
गृह मंत्रालय की एडवायजरी, ममता सरकार बोली- काबू में हालात
अमित शाह और ममता बनर्जी (फाइल फोटो) - फोटो : bharat rajneeti
बंगाल में जारी सियासी संघर्ष और हत्याओं पर केंद्र सरकार ने गहरी चिंता जताई है। ममता सरकार को जारी एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने कहा कि चुनाव के बाद भी जारी हिंसाएं राज्य सरकार की नाकामी दिखाती है। टीएमसी सरकार को राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और हिंसा में नाकाम पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने को कहा गया है।
गृह मंत्रालय की एडवाइजरी के जवाब में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मलय कुमार डे ने गृह मंत्रालय को पत्र लिख कर जवाब दिय है। इसमें उन्होंने राज्य में हालात काबू में होने का दावा किया है। पत्र में लिखा है कि चुनाव के बाद कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा हिंसा की गई थी। इस प्रकार के मामलों को रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा बिना किसी देरी के कार्रवाई की गई। मलय ने आगे लिखा कि राज्य में स्थिति नियंत्रण में है और इस प्रकार की घटनाओं के आधार पर राज्य में कानून व्यवस्था को असफल नहीं माना जा सकता।