नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार आज, भाजपा से कोई नहीं बनेगा मंत्री
इस विस्तार के जरिए नीतीश पिछड़ों और अति पिछड़ों मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ मजबूत रखने का सियासी संदेश देना चाह रहे हैं। राज्य में 50 फीसदी से अधिक पिछड़ा और अति पिछड़ों का वोट है। राज्य में अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। जदयू का कहना है कि पार्टी अगले एक साल संगठन पर पूरा फोकस करेगी और पिछड़े समाज के लिए लंबित कामों को पूरा करने की कोशिश करेगी।
राजद ने भाजपा को दिया इफ्तार का न्योता, नए सियासी समीकरण की आहट
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों ने अपनी रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। राजद के भाजपा नेताओं को इफ्तार का आमंत्रण देने से सियासी हलकों में अटकलबाजी शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि राबड़ी देवी के आवास होने वाले इफ्तार के न्योते के बहाने राजद भाजपा से अपनी दूरी को कम करना चाह रहा है, वहीं कांग्रेस भी नीतीश से अपनी नजदीकियों को बढ़ाने में लगी हुई है।