इन पाकिस्तानियों के लिए कानून बनाने की मांग करेगा विश्व हिंदू परिषद

विहिप के केंद्रीय मंत्री (विदेश विभाग) प्रशांत हरतालकर ने गुरुवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि पाकिस्तान से भारत आए हिंदुओं की स्थिति बहुत खराब है। समुचित पहचान पत्र न होने के कारण उन्हें काम करने और सम्मानजनक जिंदगी जीने में परेशानी आ रही है। इसलिए उनकी केंद्र सरकार से मांग है कि इन लोगों के लिए शीघ्र एक कानून बनाया जाए जिससे वे सम्मानपूर्ण जिंदगी जी सकें।
प्रशांत हरतालकर के मुताबिक वे देश के हर दल के सांसदों से मिलकर इन हिंदू परिवारों के लिए कानून बनाने की मांग करेंगे। इसके लिए शुक्रवार 28 जून से 14 अगस्त तक वे चार-पांच लोगों के प्रतिनिधि मंडल में सभी दलों के सांसदों से मुलाकात करेंगे।
पाकिस्तान में लगातार कम हो रही हिंदू आबादी
विहिप का आरोप है कि आजादी के समय पाकिस्तान में लगभग 16 फीसदी अल्पसंख्यक आबादी थी। इसमें हिंदू, सिख, इसाई और पारसी शामिल थे। लेकिन आज यह आबादी लगभग दो फीसदी ही रह गई है। इसी समय के दौरान जबकि मुस्लिम समुदाय की आबादी लगातार बढ़ती रही है।इस बात का जवाब देने वाला कोई नहीं है कि इसी दौरान अल्पसंख्यकों की आबादी कम क्यों होती गई। विहिप का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार के असहयोग के कारण विश्व मानवाधिकार आयोग भी इस मामले पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सका है।