गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने रविवार की सुबह को किश्तवाड़ के केशवान ठाकराई इलाके के पंथा जंगल में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान एक आतंकी ठिकाना ध्वस्त कर भारी मात्रा में सामान बरामद किया गया। बरामद सामान में तीन मैगजीन, 85 राउंड, तीन कंबल, चार स्टील बॉक्स, एक प्लास्टिक ड्रम, एक गैस सिलेंडर, एक चूल्हा, एक स्लीपिंग बैग, एक बेड, 18 नंबर रियल जूस, मैगी पैकेट 40, एक घड़ी, एक टेप रिकार्डर, जूते और भारी मात्रा में खाने-पीने का सामान बरामद किया गया है।
जानकारी के अनुसार सेना की 26 आरआर के जवान और एसओजी ने संयुक्त रूप से तलाशी शुरू की। हालांकि, सुरक्षाबल कई महीनों से आतंकियों की तलाश में लगी हुई है। आतंकी तो मिले नहीं, परंतु उनका ठिकाना जरूर मिला। बताया जाता है कि केशवान के जंगल में यह ठिकाना बनाया गया था। जमीन के अंदर खुदाई कर यह सामान छुपाया गया था। इस ठिकाने के मिलने से पता चल रहा है कि आतंकी अभी समाप्त नहीं हुए हैं। वे अभी भी सक्रिय हैं। वह भी किश्तवाड़ शहर के समीप वाले इलाके में। केशवान शहर के दक्षिण की तरफ है। यहां पहले भी कई बार आतंकियों को मारा गया है और कई ठिकाने पहले भी ध्वस्त किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक यह ठिकाना लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी जमालदीन गुज्जर के घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। सुरक्षाबल उसकी तलाश कर रहा है। वह उन सात आतंकियों में से एक है, जिनका हाल ही में कुछ माह पूर्व पुलिस ने कई जगहों पर पोस्टर लगाए हैं। उसे मारने या पकड़वाने वाले को पुरस्कृत करने की बात उसमें लिखी गई है। गौरतलब है कि परिहार बंधुओं व आरएसएस नेता चंद्रकात शर्मा की हत्या के बाद सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में दिन-रात लगे हैं।
दो माह पहले दच्छन में मिला था आतंकी ठिकाना
दो माह पहले 4 अप्रैल को मढ़वा तहसील के दच्छन इलाके में भी एक आतंकी ठिकाना ध्वस्त किया गया था। वहां से एक पाकिस्तानी रायफल समेत भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया था। उसके ठीक पांच दिन बाद ही नौ अप्रैल को आरएसएस नेेता चंद्रकांत शर्मा और उनके अंगरक्षक को बीच शहर में जिला अस्पताल परिसर में हत्या कर दी गई थी।