Ayushman Bharat Scheme: केजरीवाल के खत से गुस्साए केंद्रीय मंत्री, छिड़ा ‘लेटर वार’

उन्होंने पत्र में लिखा, मैं आश्चर्यचकित हूं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में आपने मेरे इस अनुरोध को बहुत ही हल्के अंदाज में लिया और इसकी गंभीरता को समझे बगैर आपने ट्विटर पर अपना जवाब जारी कर दिया। जबकि वह पत्र का जवाब सही तरीके से दे सकते थे।
दरअसल, दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना राजनेताओं के बीच बहस का बड़ा मुद्दा बनेगी है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने इसे अपने एजेंडे में शामिल कर लिया है। शुक्रवार को सीएम केजरीवाल ने स्पष्ट कह दिया कि दिल्ली की स्वास्थ्य योजना केंद्र की योजना से 10 गुना ज्यादा बेहतर है।
इस पर डॉ. हर्षवर्धन ने लिखा, मोहल्ला क्लीनिक पूरी तरह से फ्लॉप है। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की स्थिति भी काफी दयनीय है। दिल्ली की स्वास्थ्य योजना फरवरी 2018 से कागजों में है। इस योजना में गरीब और कमजोर लोगों के लिए कोई विशेष ध्यान नहीं दिया है। जनता से झूठ बोलना दिल्ली के मुख्यमंत्री का काम है।
क्या है मामला
पूरा मामला 4 जून को जीटीबी अस्पतालताूूाी ैोी में औचक निरीक्षण करने पहुंचे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के बयान से शुरू हुआ। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना यूपी और हरियाणा में लागू होने के बाद दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों के आने और इलाज लेने की बात कही थी, जिस पर भाजपा ने काफी विरोध किया था।
अगले ही दिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोशल मीडिया पर दिल्ली के सीएम को चेतावनी दी। हालांकि उन्होंने इससे पहले 3 जून को वे दिल्ली, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना के सीएम को पत्र लिख आयुष्मान भारत योजना लागू करने की अपील कर चुके थे। इस पर शुक्रवार को सीएम केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर अपना जवाब भेजा था। इसी जवाब पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने शनिवार को फिर से तीन पेज का पत्र सीएम केजरीवाल के नाम लिखा है।