यूपी के उपचुनाव अकेले लड़ेगी बसपा, गठबंधन के लिए अखिलेश यादव के सामने रखी शर्तें
बसपा सुप्रीमो मायावती - फोटो : bharat rajneeti
बसपा सुप्रीमो मायावती ने मीडिया को संबोधित करते हुए एलान किया कि बसपा विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेगी। हालांकि, उन्होंने गठबंधन जारी रखने के लिए शर्तें जोड़ दी हैं।
मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सपा का वोट बसपा में ट्रांसफर नहीं हुआ। यही कारण है कि यादव परिवार के डिंपल, धर्मेंद्र व अक्षय भी चुनाव हार गए। उन्होंने कहा कि बसपा एक मिशनरी, अनुशासित व कैडर आधारित पार्टी है जबकि सपा में अभी काफी सुधार की जरूरत है। मायावती ने कहा कि अखिलेश अपने कार्यकर्ताओं को मिशनरी बनाएं।
उन्होंने उपचुनाव में अकेले लड़ने का एलान करते हुए कहा कि गठबंधन हमेशा के लिए समाप्त नहीं हो रहा है। अगर हमें लगेगा कि सपा इस स्थिति में है कि गठबंधन से लाभ हो सकता है तो हम जरूर साथ आएंगे नहीं तो अलग-अलग रहना ही ज्यादा बेहतर होगा।
मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव व डिंपल यादव ने मुझे बहुत सम्मान दिया और मैंने भी देश व समाज हित में पुराने मतभेद भूलकर उनका आदर किया। हमारे रिश्ते राजनीतिक नहीं हैं और हमेशा बने रहेंगे।
आखिर बुआ ने बबुआ को धोखा दे दी दिया : उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
चुनाव प्रचार के दौरान नतीजे आने के बाद सपा-बसपा गठबंधन टूटने का दावा करने वाले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आखिर बुआ ने बबुआ को धोखा दे ही दिया।
मौर्य ने ट्वीट किया, अब हाथी नहीं करेगा साइकिल की सवारी, मायावती अकेले ही लड़ेंगी सभी उपचुनाव। आखिर बुआ ने बबुआ को धोखा दे ही दिया। हाथी और साइकिल का कोई मेल ही नहीं था। ये तो सिर्फ मोदीजी का विरोध ही था। प्रदेश में अपना अस्तित्व बचाने के लिए बुआ-बबुआ साथ-साथ आए थे, लेकिन जनता तो सारा सच पहले से ही जानती थी और उसने सोच-समझकर वोट दिया।