केजरीवाल ने की वित्त आयोग के अध्यक्ष से मुलाकात, केंद्रीय करों में की हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग

मुलाकात के बाद मीडिया के साथ बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली, देश के लिए केंद्र सरकार को लगभग पौने दो लाख करोड़ रुपये आयकर इकट्ठा करके देता है। इसमें से सिर्फ 325 करोड़ रुपये दिल्ली को मिलता है। केजरीवाल ने मांग की कि केंद्र सरकार को दिल्ली में ज्यादा निवेश बढ़ाना चाहिए, जिससे यहां की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि 2000 तक संविधान में प्रावधान था कि बाकी राज्यों की तरह दिल्ली को भी पैसा मिलेगा। लेकिन 2000 में संशोधन करके दिल्ली को इस प्रावधान से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उस वक्त की हालात के बारे में वह कुछ नहीं कह सकते, लेकिन आज यह प्रावधान दिल्ली के साथ ज्यादती व नाइंसाफी है।