सुरक्षित सफर : अब ट्रेनों के इंजन में भी लगेगा विमानों की तरह ब्लैक बॉक्स
अधिकारियों के अनुसार इस उपकरण की सूचना से दुर्घटना की स्थिति में जांच-पड़ताल में सुविधा होगी और दुर्घटना की वजह का पता चल सकेगा। ट्रैक पर घटना के बाद विश्लेषण करने में यह उपकरण काफी मददगार साबित होगा।
दिन-रात दोनों के डाटा करेगा सुरक्षित
इस उपकरण में एक कैमरा व माइक्रोफोन लगा है जो लोको कैब के भीतरी हिस्से में होगा। दूसरा कैमरा इंजन के बाहर लगा है, जो लोको कैब से दिखने वाले बाहरी दृश्यों को सुरक्षित रखेगा। एलसीवीआर रात में भी काम करने वाले कैमरे और माइक्रोफोन से लैस है। डाटा स्टोर करने के लिए डिजिटल मेमोरी उपकरण में लगा होगा।
दुर्घटना के मामले में आवश्यकता पड़ने पर विश्लेषण के लिए विमान के ब्लैक बॉक्स की तरह ही काम करेगा। अधिकारियों के अनुसार, परीक्षण के लिए 32 लोकोमोटिव इंजन को एलसीवीआर से लैस कर दिया गया है। इनमें 25 डीजल व 7 इलेक्ट्रिक इंजन शामिल हैं।