चंद्रयान-2 का पृथ्वी की पहली कक्षा में प्रदर्शन शानदार: इसरो
देश के दूसरे चंद्रमिशन चंद्रयान-2 का पृथ्वी की पहली कक्षा में प्रदर्शन बेहतर चल रहा है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने बुधवार को यह जानकारी दी। इसरो ने बताया कि यान ने बुधवार दोपहर 2:52 बजे 57 सेकंड में उसे धक्का देने वाले प्रणोदन प्रणाली के जरिए इस कक्षा में उछाल भरी है। नई कक्षा 230 गुणा 45,163 किमी की होगी।
इसरो के मुताबिक, यान दूसरी कक्षा में शुक्रवार की शुरुआत में एक बजे ही पहुंच जाएगा। एजेंसी ने बताया कि चंद्रयान-2 की बड़ी गतिविधियों में धरती से जुड़ी उछाल, चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश, चंद्रमा की कक्षा में उछाल, विक्रम का अलग होना और विक्रम का चांद की सतह को छूना शामिल हैं।
मिशन के तय कार्यक्रम के मुताबिक, लैंडर विक्रम चांद की सतह पर आहिस्ता-आहिस्ता उतरेगा और रोवर प्रज्ञान चांद की सतह की पड़ताल करेगा। चांद की कक्षा में प्रवेश 14 अगस्त को होना है। उल्लेखनीय है कि सात सितंबर को चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी ध्रुव के उस हिस्से पर उतरेगा, जहां आज तक किसी देश का मिशन नहीं गया है। ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश होगा।
विक्रम के उतरने का लाइव शो
नेशनल ज्योग्राफिक चैनल सितंबर में विक्रम के चांद की सतह पर उतरने का इसरो से सीधा प्रसारण करने की योजना बनाई है। चैनल ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस शो में इस ऐतिहासिक घटना की लाइव कवरेज तो रहेगी ही साथ में उससे जुड़ी कहानियां और विशेषज्ञों की राय भी होगी।