सुधा भारद्वाज को फंसाने में पुलिस ने किया 'राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्र' का प्रयोग, वकील ने दी ये दलील

सुधा भारद्वाज को कोर्ट ले जाती पुलिस (फाइल फोटो) - फोटो : bharat rajneeti
खास बातें
- एलगार परिषद-भीमा कोरेगांव हिंसा मामले की सहआरोपी की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट में दलील
- कोर्ट में वकील बेाले- सुधा के खिलाफ सारा मामला कुछ तय दस्तावेजों पर आधारित है
- पुलिस पर लगाया चार्जशीट में झोल करने का आरोप, कहा- बैठक वाले दिन घर पर थीं सुधा
सामाजिक कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज के वकील ने शुक्रवार को बांबे हाईकोर्ट के सामने कहा कि पुणे पुलिस ने अपने पास उनकी मुवक्किल के खिलाफ माओवादी संबंधों को लेकर कोई असली मामला नहीं होेने के कारण ‘राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्र’ का सहारा लिया। एलगार परिषद-भीमा कोरेगांव हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार फरीदाबाद निवासी सुधा के वकील युग चौधरी ने जस्टिस सारंग कोतवाली की पीठ के सामने यह दलील दी। जस्टिस सारंग सुधा व अन्य आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं।
सुधा के वकील ने कहा, उसके मुवक्किल के खिलाफ सारा मामला कुछ तय दस्तावेजों पर आधारित है, जो कथित तौर पर पुलिस ने कुछ सह आरोपियों के कंप्यूटरों और लैपटॉपों से जब्त किए हैं। वकील ने कहा, ये दस्तावेज भारद्वाज का इस मामले से संबंध साबित करने में विफल रहे हैं।
पुलिस महज इस यकीन पर काम कर रही है कि यदि वह राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्र का ऊंची आवाज में जाप करेगी, तो अदालत अपना अक्ल पर ताला लगा लगी और सबूतों पर मुहर लगा देगी।
सुधा के वकील ने कहा, उसके मुवक्किल के खिलाफ सारा मामला कुछ तय दस्तावेजों पर आधारित है, जो कथित तौर पर पुलिस ने कुछ सह आरोपियों के कंप्यूटरों और लैपटॉपों से जब्त किए हैं। वकील ने कहा, ये दस्तावेज भारद्वाज का इस मामले से संबंध साबित करने में विफल रहे हैं।
पुलिस महज इस यकीन पर काम कर रही है कि यदि वह राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्र का ऊंची आवाज में जाप करेगी, तो अदालत अपना अक्ल पर ताला लगा लगी और सबूतों पर मुहर लगा देगी।
पुलिस की चार्जशीट में है झोल
वकील युग चौधरी ने पुलिस चार्जशीट के झोल की तरफ भी अदालत का ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा, चार्जशीट में एक दस्तावेज दो जनवरी, 2018 को नागपुर में हुई बैठक की मिनट्स बताया गया है। इसके मुताबिक, भारद्वाज और सह आरोपी शोमा सेन माओवादी कैडर की इस बैठक का हिस्सा थीं, जिसमें कथित तौर पर बम बनाने आदि पर चर्चा की गई।
चौधरी ने आगे कहा, हालांकि पुलिस की तरफ से रिकॉर्ड में दर्ज की गई सेन और भारद्वाज की कॉल डिटेल्स के हिसाब से शोमा उस तारीख को मुंबई में और भारद्वाज फरीदाबाद में अपने घर पर थीं।
चौधरी ने आगे कहा, हालांकि पुलिस की तरफ से रिकॉर्ड में दर्ज की गई सेन और भारद्वाज की कॉल डिटेल्स के हिसाब से शोमा उस तारीख को मुंबई में और भारद्वाज फरीदाबाद में अपने घर पर थीं।