गौरतलब है कि पंजाब के बटाला में जालंधर रोड पर स्थित गुरु रामदास कालोनी में बुधवार शाम करीब चार बजे पटाखा फैक्टरी में जोरदार धमाका हुआ। इससे फैक्टरी का लैंटर गिर गया और दो घर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए। इनमें से पांच की हालत गंभीर है।
धमाका इतना जबरदस्त था कि पटाखा फैक्टरी से 700 मीटर दूर स्थित दुकानों तक के शीशे और फ्लैक्स बोर्ड टूट गए। सड़क पर खड़ी कारें और मोटरसाइकिल हवा में उछलीं और साथ लगतीं ड्रेन में जा गिरीं। चारों तरफ चीख पुकार मच गई। फायरब्रिगेड की गाड़ियां और जेसीबी मशीनें बुलाकर राहत कार्य शुरू किया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जब धमाका हुआ तो पूरी कालोनी के घर हिल गए। उन्हें ऐसा लगा कि जैसे कोई बम गिरा है। जब बाहर निकलकर देखा तो साथ फैक्टरी की पूरी इमारत ध्वस्त हो गई थी। साथ लगते घर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। धमाके के कारण फैक्टरी के साथ लगते गुरुद्वारा साहिब की दीवार भी टूट गई।

मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को बटाला में पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके की घटना की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया। यह जांच एडीसी (बटाला) करेंगे। इसके साथ ही कैप्टन ने ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए ताकि राहत और बचाव कार्यों के काम और तेजी से हो सकें।मुख्यमंत्री ने इस हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के वारिस को 2 लाख रुपये एक्सग्रेशिया अनुदान देने का ऐलान भी किया है। इसके अलावा अमृतसर मेडिकल कालेज के लिए रैफर किए प्रत्येक गंभीर रूप से जख्मी व्यक्ति को 50 हजार और मामूली रूप से जख्मी व्यक्ति को 25 हजार रुपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को हरसंभव मदद देने के लिए जिला गुरदासपुर के सिविल और पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर से कहा है कि जख्मियों को मुफ्त में बेहतर इलाज मुहैया करवाया जाए।