इंडिया आयोडीन सर्वे : हकीकत जानकर बढ़ेगी स्वास्थ्य की चिंता, 57 साल बाद भी नहीं हुआ सुधार
खास बातें
आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पांडिचेरी, राजस्थान और तमिलनाडु में सबसे कम खपतइंडिया आयोडीन सर्वे 2018-19 के अनुसार देश के 76.3 फीसदी घरों में ही आयोडीन युक्त नमक पहुंच रहा है। सरकार ने 2022 तक देश के करीब 90 फीसदी घरों में आयोडीन नमक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। गंभीर स्थिति वाले राज्यों में राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत कार्यक्रम किए जाएंगे। चीन जैसे कई देशों में सौ फीसदी आयोडीन नमक का ही इस्तेमाल होता है।
उत्तर भारत में आयोडीन नमक की खपत
राज्य घर (फीसदी में)जम्मू-कश्मीर 99.8
चंडीगढ़ 96.5
दिल्ली 87.3
हरियाणा 86.7
पंजाब 85.1
उत्तराखंड 84.1
हिमाचल प्रदेश 73.9
उत्तर प्रदेश 72.3
बिहार 72.9
राजस्थान 65.7
जरूरी फैक्ट
. प्रति व्यक्ति रोजाना 500 माइक्रोग्राम तक आयोडीन लेने की जरूरत. 15 से 49 वर्ष की आयु के बीच महिलाओं को आयोडीन की खास जरूरत
. 80 लाख नवजात शिशु हर वर्ष आयोडीन की कमी के साथ ले रहे जन्म
. 5 वर्ष तक के 3 करोड़ से ज्यादा बच्चों में आयोडीन की कमी
पाकिस्तान से आने वाले सेंधा नमक में आयोडीन नहीं
सेंधा या काला नमक को लेकर भारत में भ्रांतियां हैं। पाकिस्तान से आने वाले सेंधा नमक में आयोडीन नहीं होता है। इस नमक का सेवन केवल चिकित्सीय परामर्श पर ही करना चाहिए। आमतौर पर लोग पूरे परिवार को रोजाना सेंधा नमक देते हैं। - डॉ. चंद्रकांत एस पांडव, पूर्व विभागाध्यक्ष, सेंटर फॉर कम्युनिटी मेडिसिन एम्स