फडणवीस-उद्धव एक मंच पर बैठे मगर सीट बंटवारे पर चुप्पी साधी
खास बातें
- दोनों ने बस साथ लड़ने और गठबंधन की जीत का दावा किया
- भाजपा क्षेत्रवार ताकत का आकलन करने में जुटी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच सीट बंटवारे की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है। राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम है लेकिन दोनों पार्टियों के प्रमुखों ने चुप्पी साध रखी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बुधवार को एक मंच पर भी आए लेकिन सीट बंटवारे को लेेकर चुप्पी साधे रहे। नवी मुंबई में श्रमिकों के एक कार्यक्रम में शामिल हुए फडणवीस और उद्धव ने कहा कि उनकी पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी और गठबंधन की जीत का दावा भी किया लेकिन सीटों को लेकर बात कहां अटकी है इस पर कुछ नहीं बोला।
दोनों की चुप्पी को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा-शिवेसना कोई रास्ता निकाल लेंगे और एक साथ चुनाव लड़ेंगे। उद्धव इस आयोजन में विशेष मेहमान थे और वह करीब एक घंटे देर से पहुंचे। उद्धव के न आने को लेकर चर्चा का बाजार गरम हुआ था कि वह पहुंचे और देर से आने के कारण माफी मांगी।
भाजपा क्षेत्रवार ताकत का आकलन करने में जुटी
सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए महाराष्ट्र भाजपा की कोर कमेटी क्षेत्रवार ताकत का आकलन करने में जुटी है। मंगलवार रात को कमेटी की बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा की गई। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता ने बुधवार को कहा कि यह मुख्यमंत्री के साथ रुटीन बैठक थी। उन्होंने कहा कि 2014 चुनाव में भाजपा को शहरी और ग्रामीण इलाके में फायदा हुआ था। ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां भाजपा को अधिक काम करने की जरूरत है ऐसे में आकलन जरूरी है। साथ ही टिकट न मिलने पर पार्टी से बगावत की स्थितियों से निपटने के लिए भी रणनीति बनाना जरूरी है।