सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस ताहिलरमानी के तबादले को सही ठहराया, आज काम का बहिष्कार करेंगे वकील
सुप्रीम कोर्ट - फोटो : bharat rajneeti
खास बातें
- सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस ताहिलरमानी के तबादले को सही ठहराया
- जस्टिस ताहिलरमानी के तबादले पर काम का बहिष्कार करेंगे महाराष्ट्र के वकील
- मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस विजया के ताहिलरामनी ने फैसले के खिलाफ इस्तीफा दे दिया है
- इस्तीफे पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है
मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस विजया के ताहिलरमानी के तबादले को लेकर मीडिया में चल रही प्रतिकूल रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि जजों के तबादले न्यायिक प्रशासन की बेहतरी के लिए किए जाते हैं। कोर्ट ने फैसले को सही ठहराते जुए कहा कि निर्णय पूरी तरह सोच-समझकर किया जाता है।
सुप्रीम कोर्ट के बयान में कहा गया है कि वैसे कॉलेजियम की सिफारिशों को सार्वजनिक करना संस्थान के हित में नहीं है, लेकिन यदि जरूरी हुआ तो इसे सार्वजनिक करने में उसे कोई झिझक नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि 28 अगस्त को कॉलेजियम ने मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस वीके ताहिलरमानी को मेघालय हाईकोर्ट में तबादले की सिफारिश की थी। इस सिफारिश से नाराज जस्टिस ताहिलरमानी ने छह सितंबर को त्यागपत्र दे दिया था।
तबादले पर काम का बहिष्कार करेंगे महाराष्ट्र के वकील
मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस ताहिलरामनी का मेघालय हाईकोर्ट तबादला किए जाने के विरोध में लातूर जिले के करीब 2000 वकीलों ने शुक्रवार को काम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। ताहिलरमानी मराठवाड़ा क्षेत्र के लातूर की ही रहने वाली हैं।
लातूर बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष बालाजी पांचाल ने कहा कि बार एसोसिएशन और जिले के अन्य वकील शुक्रवार को कोर्ट की कार्यवाही से खुद को अलग रखेंगे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस ताहिलरमानी के तबादले का विरोध कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते कॉलेजियम द्वारा तबादला आदेश पर पुनर्विचार करने से इनकार पर जस्टिस ताहिलरमानी ने सीजेआई को अपना इस्तीफा भेज दिया था। हालांकि उनके इस्तीफे पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। लातूर के वकील इस बारे में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम से अपील करने की योजना बना रहे हैं कि वह अपने फैसले पर दोबारा विचार करे, साथ ही ताहिलरमानी से भी इस्तीफा वापस लेने का आग्रह करेंगे।