महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव : टिकटों के बाद भाजपा को निपटना होगा नाराज अपनों से
खास बातें
- भाजपा ने पहली सूची में कांग्रेस-एनसीपी से आए 12 नेताओं को टिकट दिए
- दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट देने में प्राथमिकता से भाजपाई नाराज
- निराश नेताओं ने नागपुर में जाति के आधार पर टिकट देने का आरोप लगाया
- मुंबई से सटे कल्याण में भी बगावत, छह भाजपा पार्षदों ने दिया इस्तीफा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के बाद भाजपा को अपने नाराज और बागी नेताओं से निपटना पड़ेगा। मंगलवार को पार्टी की पहली सूची में एकनाथ खडसे, विनोद तावड़े, चंद्रशेखर बावनकुले, प्रकाश मेहता, तारा सिंह जैसे नाम न होने और कांग्रेस-एनसीपी से आए दर्जन भर नेताओं को टिकट मिलने से कई भाजपाई निराश और नाराज हैं। मुंबई से सटे कल्याण में बगावत भी हो गई है। वहीं, राज्य में भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार एकनाथ खडसे ने अपना नाम पहली सूची में न होने पर भी मंगलवार को जलगांव की मुक्तानगर सीट से नामांकन पत्र भर दिया। उन्होंने साफ कर दिया कि पार्टी टिकट नहीं देती तो वह निर्दलीय खड़े हो सकते हैं। चार अक्तूबर नामांकन की आखिरी तारीख है। सात अक्तूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। ऐसे में आने वाले तीन दिन में महाराष्ट्र में बगावत और रूठने-मनाने के कई ड्रामे नजर आ सकते हैं।
चंद्रकांत पाटिल और गडकरी के घर के बाहर जमा हुई भीड़
भाजपा ने अपनी पहली 125 उम्मीदवारों की सूची में कांग्रेस-एनसीपी से आए 12 नेताओं को टिकट दिए हैं। बुधवार को पार्टी के राज्य अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के मुंबई और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के घर के सामने टिकट न मिलने से नाराज और आने वाली सूची में टिकटों के इच्छुक नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई।
लातूर जिले की उदगीर सीट के विधायक सुधीर भालेराव और उनके समर्थकों ने चंद्रकांत पाटिल की कार को रोक कर उनका घेराव करने की भी कोशिश की। नागपुर में 12 में से नौ सीटों के उम्मीदवार पहली सूची में घोषित हुए हैं। जिनमें से सात वो हैं, जिनके टिकट बरकार रखे गए। गडकरी के दरवाजे पर बुधवार को भीड़ रही। टिकट सूची में नाम न होने से निराश कई नेताओं ने नागपुर में जाति के आधार पर टिकट बांटने के आरोप लगाए हैं।
कल्याण में छह पार्षदों ने दिया इस्तीफा
उधर, मुंबई से सटे कल्याण (पश्चिम) में छह भाजपा पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया। ये पार्षद भाजपा विधायक नरेंद्र पवार के नजदीकी हैं। भाजपा ने अपनी यह सीट बंटवारे में शिवसेना को दे दी है। बदले में शिवसेना ने ऐरोली सीट भाजपा को दी। इसी तरह रायगढ़ में शिवसेना को पांच और भाजपा को दो सीटें मिलने से स्थानीय भाजपाई नेता नाराज हैं। इन नेताओं ने भाजपा के लिए चार सीटों की मांग की थी। अब नेता कह रहे हैं कि पांच साल टिकट के लिए काम करने वाले नेता चुनाव में शिवेसना उम्मीदवारों के खिलाफ परचा भर सकते हैं। शिवसेना ने यहां अपने पांचों उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
पुणे शिवसेना में बगावत के आसार
पुणे में यह तय हो गया है कि सभी आठ विधानसभा सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ेगी। इससे शिवसैनिकों में नाराजगी है। यहां के शिवसैनिक कम से कम दो सीटों की आस लगाए थे। दो दिनों से यहां पार्टी कार्यालय का ताला नहीं खुला। बताया जाता है कि खास तौर पर कोथरुड और हडपसर में शिवसैनिक बगावत करके निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं या फिर राज ठाकरे की मनसे या एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
भाजपा के टिकट पर कंकावली सीट से चुनाव लड़ेंगे नितेश राणे
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता नारायण राणे ने कहा है कि उनके बेटे नितेश राणे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर सिंधुदुर्ग की कंकावली सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की दूसरी सूची में नितेश का नाम रहेगा।
साल 2014 में नितेश कंकावली से भाजपा विधायक प्रमोद जठर को हराकर विधानसभा पहुंचे थे। दो अक्तूबर को नारायण के भाजपा में शामिल होने और उनकी महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी के भाजपा में विलय होना था, लेकिन राणे ने कहा कि इसमें करीब एक हफ्ता लगेगा।
मुंबई भाजपा अध्यक्ष लोधा के पास 441 करोड़ की संपत्ति
मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोधा ने चुनावी हलफनामे में 441 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। विधानसभा चुनाव में लोधा मुंबई की मालाबार हिल सीट से मैदान में हैं। लगातार छठी बार दक्षिण मुंबई की सीट से जीत की उम्मीद लगाए लोधा ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया था।
हलफनामे के मुताबिक, लोधा और उनकी पत्नी के पास 252 करोड़ की चल संपत्ति और करीब 189 करोड़ की अचल संपत्ति है। उनके पास 14 लाख कीमत की जगुआर कार है और उन्होंने बॉन्ड व शेयरों में भी निवेश किया हुआ है। इसके अलावा उन पर करीब 283 करोड़ रुपये की देनदारी है।
लोधा के पास दक्षिण मुंबई में पांच फ्लैट और राजस्थान में एक प्लाट भी है। उनके और पत्नी के नाम पर पॉश मालाबार हिल्स इलाके में घर है। इसके अलावा उनकी पत्नी के पास एक फ्लैट और एक व्यावसायिक संपत्ति है। हलफनामे के मुताबिक, लोधा पर पांच आपराधिक मुकदमे लंबित हैं।