
- NCERT की सलाह लंच ब्रेक में बजाएं गाना
- आर्ट्स टीचर को कहा न करें बच्चों की तुलना
NCERT द्वारा विद्यालयों के कला शिक्षकों के लिए तैयार किए गए 84 पन्नों वाले ‘आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग’ (एआईएल) दिशानिर्देश में कहा, ‘‘ अध्ययन में पाया गया है कि म्यूजिक से बच्चों की ग्रहणशीलता बेहतर होती है. इसी के साथ म्यूजिक से बच्चों में समझने की क्षमता बढ़ती है. साथ ही ये बच्चों की भीतक शांति की भावना विकसित करने में भी मदद करता है.
NCERT ने कहा ऐसा करने से स्कूल में सकारात्मक और खुशनुमा महौल पैदा होगा. जिसकी वजह से बच्चों का मन पढ़ाई में और अन्य एक्टिविटी में लगेगा. ये दिशा निर्देश 34 नगर निगम स्कूलों में किए गए एक साल के लंबे अध्ययन के आधार पर जामिया मिलिया इस्लामिया के साथ शिक्षकों की एक टीम द्वारा बनाए गए हैं.
जिसमें प्री- प्राइमरी, प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल और प्राइमरी का मास्टर भी शामिल है . इसके बाद निर्णय हुआ कि इसे देशभर के स्कूलों में लागू किया जा सकता है. अब देखना ये है कि सभी स्कूलों में ये निर्देश कब तक फॉलो किया जाता है और छात्रों को इसका कितना फायदा मिलता है. इसी के साथ NCERT ने आर्ट्स के टीचर्स को भी सलाद दी है कि वह बच्चों की कलात्मक क्षमता पर टिप्पणी न करें इसी के साथ बच्चों की तुलना एक- दूसरे न करें.