सेना को अब दोकलम पहुंचने में लगेंगे मात्र 40 मिनट, चीन से विवाद के वक्त लगे थे सात घंटे

खास बातें
अधिकारियों ने बताया कि बीआरओ की योजना फ्लैग हिल-दोकला मार्ग पर मार्च 2021 तक वाहनों के चलने योग्य सड़क बनाने की है। उन्होंने बताया कि अभी दोकला भारत से त्रि जंक्शन-भीम बेस-दोकला मार्ग के जरिए जुड़ा हुआ है, इसे 2018 में पूरा किया गया था। अब फ्लैग हिल से सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया गया है।
इन सड़कों के जरिए सेना के संवेदनशील इलाकों तक पहुंचने में आसानी होगी। 33.80 किलोमीटर लंबे फ्लैग हिल-दोकला सड़क का निर्माण चल रहा है। फ्लैग हिल से करीब 11 किलोमीटर सड़क का निर्माण पहले ही हो चुका है और शेष हिस्से का काम मार्च 2021 तक पूरा हो जाएगा। सड़क छह मीटर चौड़ी होगी जिसमें से 4.5 मीटर चौड़ाई डामर की होगी।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सड़क होने से जवानों को एक जगह से दूसरे स्थान भेजने और सैन्य मदद भेजने में सहूलियत होगी। बीआरओ का कहना है कि दुश्मन देश की किसी भी कार्रवाई से भारत की सैन्य तैयारियों को यह सड़क रफ्तार देगी। बीआरओ ने अब तक भारत-चीन सीमा पर 3,346 किलोमीटर लंबी करीब 61 ऐसी सड़कों का निर्माण पूरा कर लिया है, जो रणनीतिक तौर पर काफी महत्वपूर्ण हैं। इनमें 2,400 किलोमीटर तक की सड़क हर मौसम के अनुकूल हैं।