सिब्बल ने पीएम मोदी से कहा- नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी को सुनिए और काम पर लग जाइए

kapil sibbal - फोटो : bharat rajneeti
अभिजीत बनर्जी के अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चुने जाने के बाद से ही भारत में सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस के नेता बनर्जी के बयानों का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि मोदी को अब तस्वीरें खींचवाने की जगह काम पर लग जाना चाहिए। कांग्रेस ने हमलावर रूख अख्तियार करते हुए कहा कि अर्थशास्त्री ने न्याय योजना पर सलाह दिया था, हम आशा करते है कि एक दिन यह हकीकत बन जाए। कांग्रेस की तरफ से यह बयान इसलिए आ रहे क्योंकि बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि सरकार द्वारा तेजी से समस्या की पहचान करने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरा प्रदर्शन कर रही है।
बनर्जी ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा था कि मेरे विचार से अर्थव्यवस्था बहुत खराब कर रही है। उन्होंने कहा था कि लेकिन मुझे लगता है कि सरकार भी अब यह मानने लगी है कि कुछ समस्या है। अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से धीमी हो रही है। कितनी तेजी से, यह हमें नहीं पता है, आंकड़ों को लेकर विवाद हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह तेज है।
बनर्जी ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा था कि मेरे विचार से अर्थव्यवस्था बहुत खराब कर रही है। उन्होंने कहा था कि लेकिन मुझे लगता है कि सरकार भी अब यह मानने लगी है कि कुछ समस्या है। अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से धीमी हो रही है। कितनी तेजी से, यह हमें नहीं पता है, आंकड़ों को लेकर विवाद हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह तेज है।
सिब्बल ने सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने नोबेल पुरस्कार के लिए चयनित अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी के कुछ कथनों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मंगलवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि अब मोदी को काम पर लग जाना चाहिए और तस्वीरें कम खिंचवानी चाहिए।
सिब्बल ने ट्वीट किया कि 'क्या मोदी जी सुन रहे हैं? अभिजीत बनर्जी ने कहा है: भारतीय अर्थव्यवस्था डगमगाती स्थिति में है, आंकड़ों में राजनीतिक हस्तक्षेप होता है, औसत शहरी एवं ग्रामीण उपभोग घट गया है जो सत्तर के दशक के बाद कभी नहीं हुआ और हम सब संकट में हैं।' उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि 'काम पर लग जाइए, तस्वीरें कम खिंचवाइए।'
सिब्बल ने ट्वीट किया कि 'क्या मोदी जी सुन रहे हैं? अभिजीत बनर्जी ने कहा है: भारतीय अर्थव्यवस्था डगमगाती स्थिति में है, आंकड़ों में राजनीतिक हस्तक्षेप होता है, औसत शहरी एवं ग्रामीण उपभोग घट गया है जो सत्तर के दशक के बाद कभी नहीं हुआ और हम सब संकट में हैं।' उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि 'काम पर लग जाइए, तस्वीरें कम खिंचवाइए।'
प्रियंका बोली, एक दिन न्याय योजना वास्तविकता बनेगी
दूसरी ओर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अर्थशास्त्री को केंद्र में रखते हुए सरकार पर हमला बोला। प्रियंका ने नोबेल पुरस्कार के लिए चयनित भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को मंगलवार को बधाई दी और उम्मीद जताई कि उस न्यूनतम आय गारंटी योजना (न्याय) का वादा एक दिन वास्तविकता बनेगा जिसकी संकल्पना में बनर्जी ने मदद की थी।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गरीबी हटाने को लेकर अध्ययन करने वाले हिंदुस्तानी मूल के प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिलने पर बहुत बधाई। प्रियंका ने कहा कि प्रोफेसर बनर्जी ने कांग्रेस घोषणा पत्र की क्रांतिकारी न्याय योजना पर भी सलाह दी थी। आशा है कि न्याय योजना एक दिन वास्तविकता बनेगी।
गौरतलब है कि भारतीय अमेरिकी अभिजीत बनर्जी को वर्ष 2019 के लिए अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए चुना गया है। उन्हें यह पुरस्कार फ्रांस की एस्थर डुफ्लो और अमेरिका के माइकल क्रेमर के साथ संयुक्त रूप से दिया जाएगा। उन्हें यह पुरस्कार वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए किए गए कार्यों के लिए मिलेगा।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गरीबी हटाने को लेकर अध्ययन करने वाले हिंदुस्तानी मूल के प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिलने पर बहुत बधाई। प्रियंका ने कहा कि प्रोफेसर बनर्जी ने कांग्रेस घोषणा पत्र की क्रांतिकारी न्याय योजना पर भी सलाह दी थी। आशा है कि न्याय योजना एक दिन वास्तविकता बनेगी।
गौरतलब है कि भारतीय अमेरिकी अभिजीत बनर्जी को वर्ष 2019 के लिए अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए चुना गया है। उन्हें यह पुरस्कार फ्रांस की एस्थर डुफ्लो और अमेरिका के माइकल क्रेमर के साथ संयुक्त रूप से दिया जाएगा। उन्हें यह पुरस्कार वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए किए गए कार्यों के लिए मिलेगा।