महाराष्ट्र में चल रहे सियासी रस्साकशी को लेकर आज सभी दलों की नजरें उच्चतम न्यायालय के फैसले पर टिकी हुई थी। अब अदालत ने कल शाम पांच बजे तक बहुमत परीक्षण कराने का फैसला सुना दिया है। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की मुश्किलें बढ़ गई है। देवेंद्र फडणवीस की चुनौती अपनी सरकार बचाने की है। उन्होंने अपनी सत्ता बचाने के लिए कई तरह की रणनीति बनाई है। वहीं शरद पवार ने सोमवार को विधायकों से साफ शब्दों में कहा है कि अजित का भाजपा के साथ सरकार बनाने का फैसला पार्टी का नहीं है और उन्हें व्हिप जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। इसी बीच एनसीपी ने जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता चुना है और इससे संबंधित चिट्ठी विधानसभा को सौंपी है। हालांकि विधानसभा सचिव का कहना है कि उन्हें पत्र मिला है लेकिन फैसला स्पीकर को करना है।
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी रस्साकशी को लेकर आज सभी दलों की नजरें उच्चतम न्यायालय के फैसले पर टिकी हुई थी। अब अदालत ने कल शाम पांच बजे तक बहुमत परीक्षण कराने का फैसला सुना दिया है। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की मुश्किलें बढ़ गई है। देवेंद्र फडणवीस की चुनौती अपनी सरकार बचाने की है। उन्होंने अपनी सत्ता बचाने के लिए कई तरह की रणनीति बनाई है। वहीं शरद पवार ने सोमवार को विधायकों से साफ शब्दों में कहा है कि अजित का भाजपा के साथ सरकार बनाने का फैसला पार्टी का नहीं है और उन्हें व्हिप जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। इसी बीच एनसीपी ने जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता चुना है और इससे संबंधित चिट्ठी विधानसभा को सौंपी है। हालांकि विधानसभा सचिव का कहना है कि उन्हें पत्र मिला है लेकिन फैसला स्पीकर को करना है।