
तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने शहर के बीचों-बीच स्थित रेड रोड से विरोध मार्च शुरू किया । यह मार्च उत्तरी कोलकाता में नोबेल पुरस्कार विजेता प्रख्यात रचनाकार गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगोर के आवास, जोरासांको ठाकुर बाड़ी पर जाकर समाप्त होगा। रेड रोड से यह जगह करीब चार किलोमीटर की दूरी पर है।
बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक शपथ पढ़ते हुए कहा, 'हम बंगाल में एनआरसी और सीएए को कभी लागू करने नहीं देंगे।' बनर्जी ने इस बात की जानकारी पहले ही ट्विटर पर दे दी थी। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर उनकी रैली में हिस्सा लें।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्णय की सोमवार को आलोचना की और कहा कि वह असंवैधानिक एवं भड़काऊ कार्य करने से बचें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य में स्थिति बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए, जहां पिछले तीन दिनों से कानून को लेकर प्रदर्शन हिंसक हो गया है।
धनखड़ ने ट्वीट किया कि मैं बेहद दुखी हूं कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रैली का आह्वान किया है। यह असंवैधानिक है। मैं ऐसे समय में मुख्यमंत्री से असंवैधानिक एवं भड़काऊ कार्य करने से बचने और राज्य में स्थिति बेहतर करने पर ध्यान देने की अपील करता हूं।
राज्यपाल ने पहले भी बनर्जी के कानून का विरोध करने पर सवाल उठाते हुए कहा था संवैधानिक पद पर विराजमान कोई भी व्यक्ति कानून का विरोध नहीं कर सकता।
तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री नागरिकता संशोधन कानून को तत्काल रद्द करने की मांग करते हुए अगले तीन दिनों तक राज्य भर में विरोध रैली करेंगी। बनर्जी ने पहले भी कई मौकों पर कहा है कि वह इसे बंगाल में लागू नहीं होने देंगी। बनर्जी ने ट्विटर पर जानकारी दी थी कि दोपहर एक बजे से रैली की जाएगी।