मैंने टीपू जयंती के साथ कनकदास जयंती और केम्पेगौड़ा जयंती भी शुरू की। टीपू एक महान राजा थे और उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनके पिता भी एक राजा थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि क्यों येदियुरप्पा केवल एक समुदाय से नफरत करते हैं? यह उनकी सांप्रदायिकता को दर्शाता है। जब मैं सीएम था तो कई योजनाएं लाया और उन्होंने क्या किया? लोगों को स्मार्ट होने की जरूरत है। मुझे नहीं पता कि लोग उन्हें वोट क्यों देते हैं।
बता दें कि कुल 165 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 9 दिसंबर को मतगणना के दिन होगा। कुल 12 सीटों पर भाजपा, जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। येदियुरप्पा सरकार को बहुमत में बने रहने के लिए उपचुनाव में सात सीटें जीतने जरूरी हैं।