
- अजित पवार के साथ जाने पर खुलकर बोले देवेंद्र फडणवीस
- अजित ने दिया था शरद पवार की बात का भरोसा: फडणवीस
- हमने नहीं, शिवसेना ने तोड़ा है गठबंधन: महाराष्ट्र पूर्व CM
सवाल: अजित पवार का समर्थन क्यों लिया?
देवेंद्र फडणवीस: आपको इसकी पूरी जानकारी लेनी होगी, क्योंकि तब अजित पवार ने कहा था कि उन्होंने शरद पवार से बात कर ली है. वह इस बारे में काफी दिनों से बात कर रहे थे, जब उन्होंने समर्थन की बात कही तो राज्यपाल को जाकर चिट्ठी सौंप दी. क्योंकि काफी टेक्निकल दिक्कतें थीं, इसलिए शपथ जल्दी हो गई.देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैंने एनसीपी के विधायकों से भी बात की और उन्होंने कहा कि शरद पवार को इस गठबंधन के बारे में पता है.
सवाल: क्या पीएम मोदी ने शरद पवार को कैबिनेट वाला ऑफर दिया?
देवेंद्र फडणवीस: शरद पवार पूरी बात नहीं बता रहे हैं, पीएम और पवार के बीच काफी बातें हुई थीं जो पीएम मोदी सही वक्त पर बताएंगे. शरद पवार सिर्फ वही बता रहे हैं, जो उनके हक में था. हमने तब सरकार इसलिए बनाई क्योंकि नंबर थे, लेकिन सभी को पता है कि एनसीपी वही करती है जो नहीं कहती है.सवाल: लगातार अजित के खिलाफ रहे, फिर एनसीपी के साथ सरकार क्यों बनाई?
देवेंद्र फडणवीस: एनसीपी के साथ गठबंधन में उन्हें भी दिक्कतें थीं, दोनों ने एकदूसरे का विरोध किया है. लेकिन जब आपको किसी ने धोखा दिया हो तो आपको राजनीति में एक्टिव रहना पड़ता है. लेकिन अब जो एनसीपी ने शिवसेना-कांग्रेस के साथ सरकार बनाकर किया है, वह हमारे ऑप्शन में नहीं है.देवेंद्र फणडवीस ने ये भी कहा कि अजित पवार को जो ACB ने क्लीन चिट दी है, उसकी जानकारी उन्हें नहीं है. वह इस क्लीन चिट के खिलाफ हैं. सभी को पता है कि वो एक घोटाला था.
सवाल: क्या शिवसेना के साथ सुधरेंगे संबंध?
देवेंद्र फडणवीस: ये सरकार ऑटो रिक्शा सरकार है, जो खुद बोझ से गिर जाएगी. हमने कोई ऑपरेशन लोटस नहीं चलाया, शिवसेना ने ही धोखा दिया. ऐसा कभी नहीं हुआ कि उद्धव ठाकरे ने उनसे बात की कोशिश की हो और उन्होंने मना कर दिया हो.इसके साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पंकजा मुंडे और एकनाथ खड़से पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, अभी नाराजगी इसलिए है क्योंकि सरकार नहीं बनी है. मेरे खिलाफ पार्टी में कोई कैंपेन नहीं है, सभी विधायक एक साथ हैं